
बेघर हुए मेलापारा पीड़ित परिवार पूर्व विधायक से मिले और अपनी पीड़ा को रखा
बिलासपुर के मेलापारा में पिछले चार दिनों से सरकार का बुलडोज़र चल रहा है और लोगों के मकान ख़ाली करवा कर तोड़े जा रहे हैं इससे पहले दो दिन पूर्व मेलापारा में कांग्रेस पार्टी के प्रतिनिधिमण्डल द्वारा मेला पारा पहुँच कर कार्यवाही का विरोध किया गया था और सरकार से माँग की गई थी कि सरकार बरसात में लोगों को बेघर न करे और साथ में यह भी अधिकारियों से कहा था कि जहां शिफ्टिंग किया जा रहा है वहाँ मूलभूत सुविधाओं की कमी की शिकायत है उसको पहले ठीक कर ले फिर शिफ्टिंग करे और साथ ही साथ यह भी कहा था कि सभी परिवारों को घर दिया जाए, कोई भेदभाव न किया जाये, लेकिन सरकार की निर्दयता दिखी और कांग्रेस के प्रतिनिधिमण्डल की माँग पर अभी तक कोई सुनवाई नहीं किया गया है। पिछले चार दिनों से बीजेपी की सरकार ने जैसी कार्यवाही किया है उससे कई परिवारों को समस्या आयी और दिव्यांग लोगों के घर तोड़े गये और उनको भी मकान नहीं दिया गया।
आज मेलापारा के पीड़ित परिवार पूर्व विधायक से मिलने पहुँचे और अपनी पीड़ा को रखा, तो पूर्व विधायक शैलेश पांडेय ने डिप्टी सी एम अरुण साव से फ़ोन में बात की। साव दिल्ली प्रवास पर है और उनसे बिलासपुर में बुलडोज़र द्वारा जो निर्दयता किया जा रहा है उसकी शिकायत किया और कार्यवाही रोकने और सभी बेघर लोगों को घर देने की बात करके माँग रखी। डिप्टी सी एम ने आश्वासन दिया और कलेक्टर से बात करेंगे पूर्व विधायक को कहा।
पीड़ित महिलाओं ने यह भी कहा कि चुनाव के समय बीजेपी के प्रत्याशी और वर्तमान बिलासपुर के विधायक ने मेलापारा में वोट माँगते वक़्त यह कहा था कि किसी का भी घर नहीं तोड़ा जाएगा और चुनाव के बाद सभी के मकानों पर बुलडोज़र चला दिया गया।बीजेपी सरकार की वादा ख़िलाफ़ी से जनता नाराज़ है और महिलाओं ने यह भी कहा कि महतारी वंदन का १००० रुपये देने वाली बीजेपी सरकार ग़रीबों पर अत्याचार कर रही है।बीजेपी सरकार द्वारा लगातार बिलासपुर में बुलडोज़र चलाया जा रहा है पहले बस स्टैंड और अब मेलापारा में लोगों के मकान तोड़े जा रहे है।