बिलासपुर में एक शाम लता के नाम कार्यक्रम का हुआ सफल आयोजन
बिलासपुर: दिल में तुझे बसाके…, ये दिल तुम बिन कहीं लगता नहीं…, तेरे मेरे मिलन की रैना…. जैसे सुमधुर गीतों से ग्रैंड अर्जुन का हाल गूंज उठा. अवसर था आरोही म्यूजिकल फैमिली के बैनर तले आयोजित एक शाम लता के नाम के आयोजन का. जहां आरोही म्यूजिकल फैमिली से जुड़े कलाकारों ने स्वर कोकिला लता जी के गीतों की प्रस्तुति देकर उनके प्रति अपना प्यार और सम्मान जताया.
कार्यक्रम के आयोजक राजेश गुप्ता के अनुसार इस संगीतमयी शाम में अतिथि के रूप में शामिल हुईं आयुषी शुक्ला एवं अपूर्वा सिंह ने लता जी के एक से बढ़कर एक गीतों की प्रस्तुति देकर खूब तालियां बटोरीं. वहीं, इनका स्वागत सिंगर श्रीमती मयूरी खंडेलवाल ने पुष्प गुच्छ देकर किया.
इस दौरान राजेंद्र सिंह का बर्थडे केक काटकर सेलिब्रेट किया गया.
ऐसे प्रयास होते रहना चाहिए
कलाकारों ने कहा कि ऐसे आयोजनों की बहुत आवश्यकता है. जिससे कलाकारों को अपनी कला प्रदर्शन करने का अवसर मिलता है जिससे मंच पर प्रस्तुति देने का अभ्यास बना रहता है. जिससे आत्मविश्वास भी बढ़ता है. वहीं, संस्था के संस्थापक राजेश गुप्ता ने कहा कि मेरा प्रयास है कि कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलता रहे. इसी उद्देश्य से कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है.
राजेश ने मीडिया से कहा कि संगीत में वो जादू है जो हर एक व्यक्ति के तनाव को ख़त्म करता है तथा संगीत मन को शांत करता है एवं व्यक्ति जिस तरह के संगीत को सुनता है उसकी मानसिक अवस्था भी उसी तरह की हो जाती है.
कार्यक्रम में उपस्थित कलाकारों ने इस कार्यक्रम का जमकर लुत्फ़ उठाया. सभी ने राजेश गुप्ता के इस कदम को दिल से सराहा और कहा कि वे सभी कलाकारों को समुचित सम्मान देते हैं जिससे सभी कलाकारों की हौसला अफजाई होती है.
इस मौके पर संजय निकुंज ने तुझ संग प्रीत लागै, संजय कौशिक ने समा है सुहाना-सुहाना, आशीष अधिकारी ने चूड़ी नहीं ये मेरा दिल है, एसके पासवान ने मुझे तेरी मोहब्बत का सहारा, श्रद्धा राव ने तूने ओ रंगीले कैसा जादू किया, आलोक अवस्थी ने जो तुमको हो पसंद, विनोद तिवारी ने जाने कब कहा, मयूरी खंडेलवाल ने अखियों के झरोखों से, राजेश गुप्ता ने तेरे मेरे मिलन की ये रैना, राजेंद्र सिंह ने चांद सी महबूबा, नंदा अडाकाने ने तुम ही मेरी मंदिर, अनिल पोहरे ने आपकी नजरों ने समझा, देवेन्द्र ने दिल में तुम्हें बैठा के, प्रफुल्ल चिपके ने सत्यम् शिवम् सुन्दरम्, लक्ष्मी शर्मा ने आजा आई बहार फिर है, गौरव ने तुम मिले दिल खिले,अतुल केसरवानी ने तुम ही तुम मुझसे बात करती हो, डीएसपी तिवारी ने दिल में हो तुम, मनोरमा तिवारी ने रोज़ रोज़ आँखें ले और रघवार देवांगन ने मैं जट यमला पगला दीवाना प्रस्तुत किया.