
बिलासपुर: लिंगियाडीह वसंत विहार चौक से दयालबंद पुल तक प्रस्तावित 120 फीट सड़क चौड़ीकरण और नगर निगम द्वारा की जा रही बार-बार की तोड़फोड़ कार्रवाई के विरोध में लिंगियाडीह के नागरिकों ने सोमवार को जिलाधीश कार्यालय पहुँचकर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नाम ज्ञापन सौंपा। नागरिकों ने इस प्रस्ताव पर आपत्ति दर्ज करते हुए इसे तत्काल प्रभाव से निरस्त करने की मांग की है।
ज्ञापन में कहा गया है कि वसंत विहार चौक से दयालबंद पुल तक पहले से ही पर्याप्त चौड़ी सड़क (लगभग 60 फीट) मौजूद है और क्षेत्र पूरी तरह से घनी आबादी वाला है। यदि प्रस्तावित 120 फीट चौड़ीकरण किया गया, तो सैकड़ों गरीब परिवार बेघर हो जाएंगे। नागरिकों ने दो महीने पहले की गई तोड़फोड़ और उसके बाद फिर से दिए गए नोटिस पर भी कड़ी आपत्ति जताई।
ये रखी गईं प्रमुख मांगें
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बसंत विहार चौक से दयालबंद पुल तक प्रस्तावित 120 फीट सड़क चौड़ीकरण को तत्काल रोका जाए और आपसी सहमति से समाधान निकाला जाए।
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पहले की गई तोड़फोड़ के बाद अब दोबारा नोटिस देकर की जा रही कार्रवाई को रोका जाए।
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लिंगियाडीह की किसी भी भूमि को शासकीय योजना में शामिल न किया जाए।
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मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा के अनुसार लिंगियाडीह के नागरिकों को आवासीय पट्टा व पक्का मकान दिया जाए।
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लिंगियाडीह, चिंगराजपारा, चांटीडीह जैसे वार्डों को आबादी घोषित कर वहां के नागरिकों को भू स्वामी पट्टा प्रदान किया जाए।
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जिन दुकानदारों की दुकानें तोड़ी गई हैं, उन्हें गुमटी या दुकान के लिए स्थान दिया जाए ताकि उनके जीवन-यापन में संकट न आए।
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जो परिवार अटल आवास आदि में विस्थापित किए गए हैं, उन्हें मूल स्थान लिंगियाडीह में बने EWS आवासों में पुनः बसाया जाए, जहाँ बच्चों की पढ़ाई और अन्य सुविधाएँ सुचारु रूप से मिल सकें।
ज्ञापन में कहा गया कि लिंगियाडीह क्षेत्र में पिछले 40-50 वर्षों से मजदूरी और छोटे व्यापार करने वाले गरीब लोग रहते हैं। बार-बार की तोड़फोड़ और बेदखली की कार्रवाई से उनका जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से निवेदन किया कि उन्हें राज्य शासन की योजनाओं के अंतर्गत राहत दी जाए।
प्रतिलिपि इन जनप्रतिनिधियों को भी भेजी गई
तोखन साहू (केंद्रीय राज्य मंत्री, भारत सरकार),
अरुण साव (उपमुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़),
सुशांत शुक्ला (विधायक, बेलतरा),
अमर अग्रवाल (विधायक, बिलासपुर),
अटल श्रीवास्तव (विधायक, कोटा),
पूजा विधानी (महापौर, नगर निगम, बिलासपुर)।