बिलासपुर: नवंबर माह में एसईसीएल ने दर्ज किया रिकॉर्ड 14.76 मिलियन टन कोयला उत्पादन

ओबीआर एवं ऑफटेक में भी कंपनी ने किसी भी नवंबर माह के सर्वाधिक आंकड़े को छुआ

बिलासपुर: एसईसीएल ने नवंबर माह में रिकॉर्ड प्रदर्शन करते हुए 14.76 मिलियन टन कोयला उत्पादन दर्ज किया है। कंपनी की स्थापना के बाद से किसी भी नवंबर माह में किया गया यह अब तक का सर्वाधिक कोयला उत्पादन है। इससे पहले कंपनी ने नवंबर 2022 में 14.61 मिलियन टन कोयला उत्पादन हासिल किया था।

उक्त जानकारी एसईसीएल के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. सनीश चंद्र ने देते हुए बताया कि अगर ओवर बर्डन रिमूवल की बात करें तो कंपनी द्वारा स्थापना से किसी भी नवंबर माह का सर्वाधिक 31.33 मिलियन क्यू.मी. ओबीआर दर्ज किया है। पिछले वर्ष 2022 के नवंबर माह में कंपनी ने 25.28 मिलियन क्यू.मी. ओबीआर दर्ज किया था। इस प्रकार कंपनी ने गत वर्ष नवंबर माह की तुलना में 6 मिलियन टन के साथ लगभग 24% की बढ़ोत्तरी दर्ज की है।     

जनसंपर्क अधिकारी डॉ. सनीश चंद्र ने बताया कि डिस्पैच में भी कंपनी नेनवंबर माह के पिछले सभी आंकड़ों को पीछे छोड़ते हुए 15.02 मिलियन टन कोयला प्रेषण हासिल किया है। पिछले वर्ष नवंबर 2022 में एसईसीएल ने 12.57 मिलियन टन कोयला डिस्पैच किया था। इस तरह से कंपनी ने नवंबर 2023 में 3.12 मिलियन टन के साथ लगभग 25% की बढ़ोत्तरी दर्ज की है।

सनीश चंद्र ने बताया कि कंपनी ने हाल ही में समाप्त हुए वित्तीय वर्ष 22-23 में अपने इतिहास का सर्वाधिक 167 मिलियन टन कोयला उत्पादन दर्ज किया है। वित्तीय वर्ष 23-24 के लिए कंपनी को 197 मिलियन टनवार्षिक उत्पादन का लक्ष्य मिला है। इस वित्तीय वर्ष 23-24 में कंपनी अपने इतिहास का सबसे तेज़ 100 मिलियन टन कोयला उत्पादन एवं डिस्पैच के साथ 100 मिलियन क्यू. मी. ओबीआर पहले ही हासिल कर चुकी है।

 

 

  • Related Posts

    बिलासपुर: 93 लीटर महुआ शराब और 795 किलो लाहन जब्त

    आबकारी अधिकारी कल्पनाराठौर मीडिया का फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा  बिलासपुर। जिले में अवैध शराब के धंधे के खिलाफ आबकारी विभाग द्वारा चलाए गए संयुक्त अभियान ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि शासन इस सामाजिक बुराई को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। 22 मई 2025 को जिले एवं संभागीय उड़नदस्ता की संयुक्त टीम द्वारा चार स्थानों पर एक साथ छापेमारी की गई। इन कार्यवाहियों में कुल 93 लीटर महुआ शराब और 795 किलोग्राम महुआ लाहन जब्त किया गया, जो नष्ट…

    Continue reading
    बिलासपुर: शहर का सुचारु जीवन बनाम आजीविका का संघर्ष

    शहर और सड़कें सबकी हैं — व्यवस्था और आजीविका के बीच संतुलन की ज़रूरत बिलासपुर नगर निगम द्वारा हाल ही में शुरू किया गया अतिक्रमण विरोधी अभियान एक बार फिर यह प्रश्न खड़ा करता है कि शहरी विकास और छोटे व्यापारियों की आजीविका में संतुलन कैसे स्थापित किया जाए। सड़क, फूटपाथ और नालियों पर फैलते ठेले-गुमटी भले ही रोज़मर्रा की ज़रूरतें पूरी करते हैं, परंतु यातायात और आपातकालीन सेवाओं के लिए ये एक गंभीर चुनौती बन चुके हैं। नगर निगम का यह तर्क वाजिब है कि…

    Continue reading

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *