
बिलासपुर। कला और संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन हेतु कला विकास केंद्र द्वारा “अखिल भारतीय नृत्य संगीत समारोह – विरासत” का आयोजन 08 एवं 09 फरवरी 2025 को देवकीनंदन दीक्षित सभा भवन, बिलासपुर में संध्या 6 बजे से किया जा रहा है। यह आयोजन रायगढ़ घराने के अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त नृत्याचार्य स्तम्भ कलागुरु पं. फिरतू महाराज जी की स्मृति में किया जा रहा है।
उद्घाटन समारोह (08 फरवरी 2025)
कार्यक्रम का शुभारंभ 08 फरवरी को संध्या 6 बजे होगा, जिसमें बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल मुख्य अतिथि एवं तखतपुर विधायक धरमजीत सिंह अध्यक्षता करेंगे। विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. विनय कुमार पाठक (कुलपति, थावे विद्यापीठ, गोपालगंज, बिहार) एवं अरविंद तिवारी (रजिस्ट्रार, डॉ. सी. वी. रमन विश्वविद्यालय) उपस्थित रहेंगे।
इस अवसर पर कला विकास केंद्र, बिलासपुर के उभरते हुए युवा कलाकारों द्वारा अद्भुत सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी जाएँगी।
समूह कथक नृत्य – नृत्यांगना सुश्री वासंती वैष्णव एवं पं. सुनील वैष्णव के निर्देशन में।
तबला वादन – अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सुरजीत सिंह (पंजाब घराना)।
एकल कथक नृत्य – प्रसिद्ध नृत्यांगना सुश्री दिशा देसाई, मुंबई (लखनऊ घराना)।
समापन समारोह (09 फरवरी 2025)
कार्यक्रम के दूसरे दिन 09 फरवरी को समापन समारोह में केन्द्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू मुख्य अतिथि होंगे एवं अध्यक्षता पुननूलाल मोहले (विधायक, मुंगेली) करेंगे। विशिष्ट अतिथि के रूप में धरमलाल कौशिक (विधायक, बिल्हा) एवं अन्य गणमान्यजन उपस्थित रहेंगे।
इस अवसर पर रायगढ़ घराने की विशेष नृत्य प्रस्तुति होगी, जिसमें सुश्री वासंती वैष्णव एवं सुश्री ज्योतिश्री बोहिदार वैष्णव अपने समूह (स्वप्निल बोरकर, सृष्टि गर्ग, अनन्या श्रीवास, ओजस्विता रायल, साईश्री इजारदार, अनुष्का मौर्य) के साथ प्रस्तुति देंगी।
कलागुरु पं. सुनील वैष्णव (पढ़ंत), लाल राम लोनिया (गायन), दीपक साहू (तबला), रमाकांत त्रिपाठी (सितार), कुशल दास महंत (बाँसुरी) आदि कलाकार संगत करेंगे।
इसके पश्चात कवि सम्मेलन का आयोजन होगा, जिसमें छत्तीसगढ़ के ख्याति प्राप्त कवि रमेश विश्वहार, हास्य व्यंग्यकार बंसीधर मिश्रा एवं डॉ. राजेन्द्र मौर्य अपनी प्रस्तुति देंगे।
निःशुल्क प्रवेश और आयोजन की तैयारियाँ
इस आयोजन में प्रवेश निःशुल्क रहेगा। कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु ज्योतिश्री वैष्णव, ऋषिका साव, सृष्टि गर्ग, दिलावर सिंह लोनिया, चंद्र प्रकाश खात्री, रत्न शुक्ला, सुमन तिवारी, श्रीनिवास गर्ग, दीलीप इजारदार, मिलेश कुमार, रोशन वैष्णव, याचना वैष्णव, आत्मिक दुबे सहित अनेक लोग सक्रिय रूप से जुटे हैं।
संस्कृति प्रेमियों के लिए सुनहरा अवसर
यह कार्यक्रम भारतीय शास्त्रीय नृत्य-संगीत की समृद्ध विरासत को आगे बढ़ाने का एक अनूठा प्रयास है। बिलासपुर एवं आसपास के संस्कृति प्रेमी दर्शकों के लिए यह एक सुनहरा अवसर होगा कि वे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकारों की प्रस्तुतियों का आनंद ले सकें।