
बिलासपुर: जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज ने नवरात्रि पर्व के अवसर पर श्रद्धालुओं से जीवन को भक्ति और श्रद्धा के साथ संवारने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि नवदुर्गा की आराधना ध्यान लगाकर करनी चाहिए और परिवार की खुशहाली के लिए जीवन शैली में परिवर्तन लाने का प्रयास करना चाहिए।
स्वामी जी ने द्वेष भावना को त्यागते हुए विधि विधान से देवी माता की आराधना करने पर जोर दिया, ताकि जीवन आनंदित हो सके। उन्होंने नवरात्रि में शुद्धता के भाव को महत्वपूर्ण बताया।
दशहरा के दिन नीलकंठ पक्षी को देखे जाने के संदर्भ में स्वामी निश्चलानंद जी ने बताया कि यह पक्षी भगवान शिव का प्रतीक है और इसका दर्शन शुभ माना जाता है। उन्होंने चिंता जताई कि नीलकंठ अब धीरे-धीरे शहर में कम दिखाई दे रहे हैं।
आज दीक्षा संस्कार और संगोष्ठी के अंतिम दिन, स्वामी निश्चलानंद जी महाराज ने भक्तों को आशीर्वाद दिया। कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह, विधायक अमर अग्रवाल, पूर्व विधायक शैलेश पांडे, प्रफुल्ल शर्मा सहित बड़ी संख्या में भक्तगण उपस्थित थे।
अशोक वाटिका में चरण पादुका पूजन एवं महा आरती के बाद स्वामी जी का भक्तों ने चरण वंदन किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से पूर्व विधायक शैलेश पांडे, टीकाराम साहू, संदीप पांडे और कई अन्य श्रद्धालु उपस्थित थे।
स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज ने आज दोपहर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस से आगरा के लिए प्रस्थान किया। उन्हें विदाई देने के लिए उसलापुर स्टेशन पर बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे।
इस नवरात्रि, स्वामी जी के संदेश को अपनाते हुए हम सभी अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाएं और भक्ति भाव से देवी माता की आराधना करें।