बिलासपुर: केंद्र की मोदी सरकार युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है- शैलेश

NEET के बाद अब UG-NET की परीक्षा कलंकित हुई

NEET की परीक्षा से लाखों बच्चों के भविष्य पर प्रश्न चिन्ह लग चुका है जिससे देश के अभिभावक चिंतित है और पूर्ण निराकरण भी नहीं हो पा रहा है।पूरी परीक्षा पारदर्शी नहीं रह गई है और मोदी सरकार के मंत्री गोलमोल जवाब दे रहे है ऐसा लगता है जैसे सच छुपाया जा रहा है।इतनी बड़ी धांधली देश की इतनी बड़ी परीक्षा में हुई है और अभी तक NTA पर कोई कार्यवाही नहीं हुआ है। उक्त बातें पूर्व विधायक शैलेश पांडे ने मीडिया से कही.

शैलेश पांडे ने कहा कि NEET के बाद अब UGNET की परीक्षा में गड़बड़ी आने से NTA ने परीक्षा को रद्द किया है जिससे देश के युवकों का भविष्य अंधकार में हो रहा है, फिर एक बार मोदी सरकार परीक्षाओं में पारदर्शिता करने में असफल रही है।देश में इस प्रकार युवकों में मायूसी छायी हुई है और सरकार गड़बड़ियों पर पर्दा डालने का काम कर रही है।लाखों युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है और देश में सुशासन का ढोल पीटा जा रहा है।

पांडे ने कहा कि ज़िम्मेदार लोगों पर और दोषियों पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं किया गया है ऐसा लगता है जैसे मोदी सरकार सच पर पर्दा डाल रही है।

शैलेश ने कहा कि लगातार युवाओं और बच्चों के भविष्य इन परीक्षाओं से दांव पर लगे है और साल भर तैयारी करने वाले बच्चों को निराशा ही हाँथ लग रही है।ऐसे में कैसे सरकार पर भरोसा करे।

  • Related Posts

    बिलासपुर: 93 लीटर महुआ शराब और 795 किलो लाहन जब्त

    आबकारी अधिकारी कल्पनाराठौर मीडिया का फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा  बिलासपुर। जिले में अवैध शराब के धंधे के खिलाफ आबकारी विभाग द्वारा चलाए गए संयुक्त अभियान ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि शासन इस सामाजिक बुराई को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। 22 मई 2025 को जिले एवं संभागीय उड़नदस्ता की संयुक्त टीम द्वारा चार स्थानों पर एक साथ छापेमारी की गई। इन कार्यवाहियों में कुल 93 लीटर महुआ शराब और 795 किलोग्राम महुआ लाहन जब्त किया गया, जो नष्ट…

    Continue reading
    बिलासपुर: शहर का सुचारु जीवन बनाम आजीविका का संघर्ष

    शहर और सड़कें सबकी हैं — व्यवस्था और आजीविका के बीच संतुलन की ज़रूरत बिलासपुर नगर निगम द्वारा हाल ही में शुरू किया गया अतिक्रमण विरोधी अभियान एक बार फिर यह प्रश्न खड़ा करता है कि शहरी विकास और छोटे व्यापारियों की आजीविका में संतुलन कैसे स्थापित किया जाए। सड़क, फूटपाथ और नालियों पर फैलते ठेले-गुमटी भले ही रोज़मर्रा की ज़रूरतें पूरी करते हैं, परंतु यातायात और आपातकालीन सेवाओं के लिए ये एक गंभीर चुनौती बन चुके हैं। नगर निगम का यह तर्क वाजिब है कि…

    Continue reading

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *