
बिलासपुर | गर्मी के बढ़ते प्रकोप और भूजल स्तर में तेज गिरावट के बीच जिला कांग्रेस कमेटी (ग्रामीण)अध्यक्ष विजय केशरवानी ने कोलवाशरी, स्टील और पावर प्लांट्स में पानी के अत्यधिक दोहन को लेकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। कांग्रेस ने इस पानी संकट को गंभीर मानते हुए, उद्योगों में हो रहे जलदुरुपयोग पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है।
ग्रामीण इलाकों में बूंद-बूंद पानी को तरसते लोग
ज्ञापन में बताया गया कि जिले के तखतपुर, बिल्हा, बेलतरा और मस्तूरी ब्लॉक में नल-जल योजनाएं ठप हैं और हैंडपंप सूख चुके हैं। कोलवाशरी और भारी औद्योगिक इकाइयों द्वारा 25-30 HP की मोटर पंपों से भूजल खींचने के कारण स्थानीय वाटर लेवल खत्म हो चुका है।
🏭 उद्योगों में मानकों की उड़ रही धज्जियां
जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्री विजय केशरवानी के अनुसार, अधिकांश स्टील, पावर और कोलवाशरी इकाइयां पानी के उपयोग को लेकर सरकारी मानकों का पालन नहीं कर रहीं। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि गैर-लाइसेंसी कोल डिपो में भी अवैध बोरवेल के माध्यम से कोयले में पानी डालकर उसका वजन बढ़ाया जाता है, जो एक तरह का जल अपराध है।
🌫️ प्रदूषण से दोहरी मार झेल रहे ग्रामीण
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि केवल पानी की किल्लत ही नहीं, कोयले की धूल और वायु प्रदूषण ने भी ग्रामीणों की जिंदगी बदतर कर दी है। नौनिहालों की सेहत पर इसका खासा असर दिख रहा है। कांग्रेस ने कहा कि व्यावसायिक मुनाफे के लिए जनता के जीवन से खिलवाड़ किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
🚨 कार्यवाही न होने पर आंदोलन की चेतावनी
केशरवानी ने स्पष्ट कहा कि यदि प्रशासन जल्द बोरवेल खनन पर रोक, जीपीएस मॉनिटरिंग, और जलदुरुपयोग रोकने जैसे ठोस कदम नहीं उठाता, तो कांग्रेस जिला स्तर पर धरना, प्रदर्शन और जनजागरण अभियान शुरू करेगी।
🧾 मुख्य मांगें इस प्रकार हैं
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कोलवाशरी, स्टील व पावर प्लांट में पानी के दोहन पर तत्काल रोक
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अवैध बोरवेल का सर्वे और तत्काल सीलिंग
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बोर मशीनों में GPS ट्रैकिंग अनिवार्य करना
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पीएचई, माइनिंग और प्रदूषण नियंत्रण विभाग से संयुक्त निरीक्षण
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ग्रामीणों को पीने योग्य स्वच्छ जल की प्राथमिकता पर आपूर्ति
📍 “हम उद्योगों के खिलाफ नहीं, पर पर्यावरण और नागरिक अधिकारों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी” – विजय