
बिलासपुर में नगर निगम चुनाव महापौर पद के लिए शिव सेना की उम्मीदवार रेवती यादव ने एक नई उम्मीद की किरण दिखाई है। एक माध्यम वर्गीय परिवार से आने वाली रेवती यादव अपने कड़ी मेहनत, हिम्मत, और बिलासपुर के सुव्यवस्थित विकास की सोच के साथ चुनावी मैदान में हैं। उन्होंने जनता से अपील की है कि वे उन्हीं को चुनें, जो विकास के नाम पर काम कर सकें, न कि केवल पैसा, प्रचार और पोस्टर की राजनीति को बढ़ावा दें।
रेवती यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “आज बिलासपुर नगर निगम चुनाव मूल ओबीसी वर्ग के लिए आरक्षित है, लेकिन पार्टी से चूक हो सकती है, और इस कारण से मूल ओबीसी प्रत्याशी चुनाव मैदान में नहीं आ पाए।” उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर कई बार हाई कोर्ट में याचिकाएं भी दी जा चुकी हैं। रेवती ने जनता से निवेदन किया कि वे मूल ओबीसी वर्ग के लिए अपने मत का प्रयोग करें, और उन्हें जिताकर विकास की राह पर आगे बढ़ाएं।
रेवती ने सत्याग्रह आंदोलन के दौरान मौन रहते हुए इस मुद्दे पर एक मजबूत संदेश दिया। उन्होंने कहा, “मैं एक छोटी पंछी की तरह हूं, लेकिन हार नहीं मानूंगी। मैं संघर्ष करती रहूंगी, और माननीय अटल बिहारी बाजपेयी जी से प्रेरित होकर अपना कार्य करूंगी।”
उनका मानना है कि अगर वे जीतती हैं, तो बिलासपुर को नंबर एक स्मार्ट सिटी बनाने के साथ-साथ महिलाओं के सशक्तिकरण और मूल ओबीसी वर्ग के अधिकारों की रक्षा करेंगी। उन्होंने कहा, “गली गली में राम राज्य की स्थापना के नाम पर मुझे बहुमत मिलेगा।”
रेवती यादव का यह विश्वास है कि इस बार के चुनाव परिणाम चौंकाने वाले होंगे, और जनता अपनी वोट के जरिए सही बदलाव लाएगी।