
श्रद्धा को भारत सरकार की राष्ट्रीय छात्रवृत्ति, रायगढ़ घराने की उच्च कथक शिक्षा हेतु चयनित
रायगढ़, छत्तीसगढ़ | रायगढ़ की उभरती हुई बाल कथक नृत्यांगना कुमारी श्रद्धा रितुपर्णा स्वाइन ने भारत सरकार की प्रतिष्ठित राष्ट्रीय छात्रवृत्ति (CCRT Scholarship) अर्जित कर एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। यह छात्रवृत्ति उन्हें रायगढ़ घराने की गंभीर, पारंपरिक और उच्च स्तरीय कथक शिक्षा के लिए प्रदान की गई है।
श्रद्धा, रायगढ़ के राजापारा स्थित श्री वैष्णव संगीत महाविद्यालय की पंचम वर्ष की छात्रा हैं, जो अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त नृत्याचार्य, कथकगुरु शरद वैष्णव के मार्गदर्शन में सात वर्षों तक कठिन तालीम प्राप्त करेंगी। यह वही संस्था है जिसकी स्थापना रायगढ़ राजदरबार के स्तंभ, स्वर्गीय पंडित फिरतु महाराज ने की थी और जिसने रायगढ़ कथक घराने को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई।
कठिन परीक्षा, ऐतिहासिक चयन
भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत सांस्कृतिक स्रोत एवं प्रशिक्षण केंद्र (CCRT) द्वारा आयोजित इस छात्रवृत्ति परीक्षा में देशभर के 10 से 14 वर्ष की उम्र के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों का चयन किया जाता है। श्रद्धा ने इस कठिन परीक्षा को अपने द्वितीय प्रयास में सफलता पूर्वक उत्तीर्ण कर रायगढ़ नगर का नाम राष्ट्रीय पटल पर अंकित कर दिया है।
गुरु के आशीर्वाद और समर्पण का फल
श्रद्धा ने इस सफलता का श्रेय अपने गुरु शरद वैष्णव के निर्देशन एवं आशीर्वाद को दिया है। उन्होंने कहा –
“मेरी कक्षा में कई छात्र हैं, किंतु मेरे गुरु ने मुझे चुनकर जिस प्रकार इस परीक्षा की तैयारी करवाई, वह मेरे जीवन की अब तक की सबसे श्रेष्ठ प्रशिक्षण अवधि रही।”
श्रद्धा के माता-पिता अजीत कुमार स्वाइन और श्रीमती सुनैना स्वाइन ने भी इस सफलता को गुरु के प्रति श्रद्धा के समर्पण का परिणाम बताया है।
निरंतर उत्कृष्ट प्रदर्शन
श्रद्धा ने अब तक रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, पुणे, कटक, भोपाल, शिमला, आगरा सहित अनेक प्रतिष्ठित मंचों पर कथक प्रस्तुतियाँ दी हैं। राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में गोल्ड और सिल्वर मेडल जीतकर उन्होंने नगर को गौरवान्वित किया है। उनकी बड़ी बहन स्नेहा परिमिता स्वाइन भी इसी विद्यालय की छात्रा हैं और विगत 6 वर्षों से कथक में कठिन प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं। स्नेहा को भी CCRT छात्रवृत्ति मिल चुकी है।
रायगढ़ का गौरव, छत्तीसगढ़ की पहचान
यह उल्लेखनीय है कि भारत सरकार द्वारा आयोजित इस परीक्षा में छत्तीसगढ़ राज्य से प्रतिवर्ष मात्र दो विद्यार्थियों का चयन होता है। विगत 9 वर्षों में 7 विद्यार्थियों का चयन श्री वैष्णव संगीत महाविद्यालय से हुआ है – जो रायगढ़ और संस्थान, दोनों के लिए गर्व की बात है।
श्रद्धा की अपील
श्रद्धा ने भारत सरकार और छत्तीसगढ़ शासन से अनुरोध किया है कि राज्य का कोटा बढ़ाया जाए ताकि अधिकाधिक प्रतिभाशाली विद्यार्थी इस छात्रवृत्ति का लाभ ले सकें और पारंपरिक नृत्य को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया जा सके।
इस गौरवशाली उपलब्धि पर श्रद्धा को पूरे नगर, कला जगत एवं सांस्कृतिक क्षेत्र से बधाइयों और शुभकामनाओं की वर्षा हो रही है।