दिव्यांगों के हक पर डाका, अप्रैल से पेंडिंग शिकायत — कार्रवाई के नाम पर सन्नाटा
“स्मार्ट” सिटी में “डम्ब” प्रशासन — कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष भरत कश्यप के कब्जे पर भी नहीं जागे MD अमित कुमार!
भरत कश्यप का दबदबा या स्मार्ट सिटी की नाकामी? अप्रैल से लंबित शिकायत पर भी MD अमित कुमार ने नहीं उठाया कदम!
बिलासपुर। स्मार्ट सिटी बिलासपुर के कामकाज पर एक बार फिर सवाल उठने लगे हैं। पूर्व विधायक शैलेश पांडे के करीबी और वार्ड 19 कस्तूरबा नगर के पार्षद भरत कश्यप पर गंभीर आरोप लगे हैं कि उन्होंने ठेकेदार और स्मार्ट सिटी के सब इंजीनियर की मिलीभगत से दिव्यांगों के लिए बनाए गए फुटपाथ पर कब्जा कर लिया है।
कश्यप ने उस फुटपाथ पर सीढ़ी बनवाकर उसे निजी उपयोग में ले लिया, जिससे दिव्यांगजनों के आवागमन में गंभीर बाधा उत्पन्न हो रही है।
जानकारी के अनुसार, यह शिकायत अप्रैल माह में ही स्मार्ट सिटी MD अमित कुमार तक पहुँचाई जा चुकी है, लेकिन आज तक न तो कब्जा हटाया गया और न ही दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई। इस लापरवाही ने स्मार्ट सिटी प्रशासन की कार्यशैली पर बड़े प्रश्नचिन्ह खड़े कर दिए हैं।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि जब नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष का पद संभाल रहे भरत कश्यप खुद सार्वजनिक संपत्ति पर कब्जा कर रहे हैं, तो वे जनता की समस्याओं को लेकर कितने ईमानदार होंगे, यह अपने आप में बड़ा सवाल है।
जनता की मांग है कि स्मार्ट सिटी के MD अमित कुमार तत्काल इस अवैध कब्जे को हटाने की कार्रवाई करें और दोषियों के खिलाफ कठोर दंडात्मक कदम उठाएं। इसके साथ ही, भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए निगरानी तंत्र को सशक्त किया जाए।
शहरवासियों का कहना है कि “अगर दिव्यांगों के लिए बने रास्ते भी नेताओं के कब्जे में चले जाएंगे, तो स्मार्ट सिटी की संकल्पना सिर्फ कागजों में रह जाएगी।”















