
मुख्यमंत्री जी! संज्ञान लें
विधायक सुशांत शुक्ला कर क्षेत्र में PWD-2 अधिकारियों की लापरवाही से खिलाड़ियों की टूटी उम्मीदें, परेशानी चरम पर!
बहतराई स्टेडियम बना सीपेज का अड्डा — लाखों उड़ाए, खिलाड़ियों को नमी और गंदगी का तोहफ़ा!
बिलासपुर। बहतराई स्टेडियम आज सीपेज की मार झेल रहा है। गर्ल्स और बॉयज हॉस्टल में दीवारों से पानी टपक रहा है, फर्श गीले हैं और कमरे बदबूदार। लाखों रुपये मरम्मत और रख-रखाव पर खर्च करने के बाद भी हालात जस के तस हैं।
यह स्टेडियम PWD डिवीजन-2 के कार्यपालन अभियंता शास्त्री और सब इंजीनियर विमल बघेल के अधिकार क्षेत्र में आता है। खिलाड़ियों का आरोप है कि जिम्मेदार अधिकारी सालों से आंख मूंदकर भ्रष्ट ठेकेदारों को फायदा पहुंचा रहे हैं, जबकि खिलाड़ी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं।
खिलाड़ियों का दर्द
“मैदान में पसीना बहाना तो आसान है, लेकिन सीलन और बदबू में रहकर मानसिक व शारीरिक फिटनेस बनाए रखना असंभव है,” — एक खिलाड़ी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा।
भ्रष्टाचार की बू
सूत्र बताते हैं कि हॉस्टल मरम्मत के नाम पर हर साल बजट पास होता है, लेकिन काम के नाम पर केवल लीपापोती होती है। गीली दीवारें और उखड़ती पपड़ी इस बात की गवाह हैं कि निर्माण और मरम्मत के मानक पूरी तरह ताक पर रखे गए हैं।
मांग
खेल प्रेमियों और खिलाड़ियों ने कड़ा एक्शन लेने की मांग की है — दोषी अधिकारियों और ठेकेदारों पर FIR, सस्पेंशन और ठेका ब्लैकलिस्टिंग।