“नाद मंजरी” राष्ट्रीय कथक नृत्य प्रतियोगिता में यामी वैष्णव को प्रथम स्थान, रायगढ़ और सारंगढ़ का बढ़ाया मान

रायगढ़: बिलासपुर में न्यूज़ हब इनसाइट केयर फाउंडेशन के बैनर तले आयोजित नाद मंजरी तीन दिवसीय राष्ट्रीय स्तर की गायन, वादन एवं नृत्य प्रतियोगिता में मां वैष्णवी संगीत महाविद्यालय, रायगढ़ की प्रतिभाशाली छात्रा यामी वैष्णव ने कथक नृत्य के सब जूनियर सोलो वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त कर रायगढ़ और सारंगढ़ जिले का नाम रोशन किया।

प्रतियोगिता पं. देवकीनंदन दीक्षित सभागार, बिलासपुर में आयोजित की गई थी, जिसमें देशभर से सैकड़ों प्रतिभागियों ने भाग लिया। यामी की प्रस्तुति को निर्णायकों और दर्शकों ने खड़े होकर सराहा।

गौरतलब है कि इससे पूर्व भी यामी वैष्णव ने दार्जिलिंग में आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भी प्रथम स्थान प्राप्त किया था और आउटस्टैंडिंग परफॉर्मेंस से सम्मानित हुई थीं।

यामी को प्रशिक्षित करने वाली गुरु श्रीमती प्रीति वैष्णव और रूद्र वैष्णव को आयोजन समिति द्वारा गुरु रत्न सम्मान से नवाजा गया। उनकी प्रस्तुति में तबले पर संगत पंडित सुनील वैष्णव और रूद्र वैष्णव, पढ़त में श्रीमती प्रीति वैष्णव तथा गायन में लालाराम लूनिया ने सहयोग किया।

मां वैष्णवी संगीत महाविद्यालय के प्राचार्य एल.डी. वैष्णव ने यामी को आशीर्वाद देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। यामी की इस उपलब्धि पर समस्त रायगढ़ जिले में खुशी का माहौल है।

Ask ChatGPT
  • Related Posts

    CG: कांग्रेस के 41 जिलों में बड़ा बदलाव—क्या नई टीम पार्टी की सांसों में नई ऊर्जा भरेगी?

      छत्तीसगढ़ की राजनीति में आजमाए हुए चेहरों से लेकर नए नेताओं तक—कांग्रेस ने एक साथ 41 जिलों में नया नेतृत्व तैनात करके यह साफ कर दिया है कि संगठन अब आधे-अधूरे प्रयोगों पर नहीं, बल्कि बूथ से लेकर जिला स्तर तक ठोस पकड़ बनाने की कोशिश में है। यह बदलाव सिर्फ एक सूची नहीं है—यह पार्टी की दबी हुई बेचैनी, ठहराव की थकान और नई उम्मीदों की खिड़की खोलने की कोशिश भी है। क्या नए कप्तान कांग्रेस की दिशा बदल पाएंगे? कांग्रेस ने लंबे समय…

    Continue reading
    CG: राजिम में राष्ट्रीय सेमिनार का सफल समापन — “प्रकृति, विकृति और संस्कृति—तीनों में ‘कृति’ का संकेत”—डॉ. विनय कुमार पाठक

    राजिम। शासकीय राजीव लोचन स्नातकोत्तर महाविद्यालय, राजिम में PM-USHA द्वारा प्रायोजित “सतत् विकास के लिए पर्यावरण प्रबंधन” विषयक तीन दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार (6–8 नवम्बर) का सफल समापन हुआ। कार्यक्रम संस्था प्रमुख डॉ. सविता मिश्रा के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि थावे विश्वविद्यालय, बिहार के कुलपति डॉ. विनय कुमार पाठक ने कहा—“वन के बिना जीवन अधूरा है। प्रकृति, विकृति और संस्कृति—इन तीनों शब्दों में ‘कृति’ निहित है। जब मानव व्यवहार संतुलित व उत्तरदायी होता है तभी प्रकृति से सामंजस्य संभव है।” विशिष्ट अतिथि डॉ. गोवर्धन…

    Continue reading

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *