
https://www.facebook.com/share/v/1LP7QqrHXs/बिलासपुर | मध्य नगरी चौक पर मंगलवार को जो नज़ारा देखने को मिला, उसने कानून व्यवस्था और सियासी नैतिकता दोनों पर सवाल खड़े कर दिए। फ़िल्म अभिनेता संजय दत्त का जन्मदिन जश्न के नाम पर कुछ लोगों ने सार्वजनिक स्थल को जाम कर दिया — आमजन का रास्ता रोका गया, DJ बजा, नाच-गाना हुआ और कानून की धज्जियाँ उड़ाई गईं।
इस पूरे हंगामे की अगुवाई कर रहे थे गुरुदेव अवस्थी उर्फ़ चुट्टू अवस्थी (52 वर्ष), जो मध्य नगरी चौक के निवासी हैं। पुलिस ने भी तत्परता दिखाते हुए चित्तू अवस्थी को धारा 285 BNS के तहत गिरफ़्तार कर लिया और उनके खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई भी की गई है।
पर असली सनसनी तब फैली जब इस अव्यवस्थित कार्यक्रम में कांग्रेस नेता महेश दुबे और भाजपा नेता मनीष अग्रवाल भी मंच पर नजर आए – दोनों नेताओं ने खुलेआम DJ पर डांस किया, मानो कानून की कोई परवाह ही न हो।
सवाल उठता है
– क्या यह कार्यक्रम पूर्व अनुमति से आयोजित था?
– क्या राजनैतिक रसूखदारों को कानून से छूट है?
– जब आम जनता से सख्ती की जाती है, तो नेताओं पर मेहरबानी क्यों?
पुलिस का कहना है कि सार्वजनिक स्थानों पर अव्यवस्था फैलाने, यातायात बाधित करने व शांति भंग करने वालों के विरुद्ध सख़्त कार्रवाई जारी रहेगी। लेकिन क्या यह सख़्ती नेताओं तक पहुंचेगी, या फिर चित्तू अवस्थी अकेले ही बलि का बकरा बनेंगे?
बिलासपुर की जनता देख रही है, और अब जवाब चाहती है।
कानून सभी के लिए बराबर है — सिर्फ कागज़ पर या हकीकत में भी?
वायरल हो रही तस्वीरें और वीडियो जल्द ही सवालों की बौछार करेंगी!