बिलासपुर निगम में दो तस्वीरें: अमित कुमार की पारदर्शिता बनाम प्रवेश कश्यप-सूर्यवंशी पर आरोपों की बौछार
बिलासपुर हित में निगम कमिश्नर अमित कुमार सक्रिय, वहीं, प्रवेश कश्यप और सूर्यवंशी की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल
बिलासपुर। नगर निगम बिलासपुर का पानी टैंकर कबाड़ विवाद अब और गहराता जा रहा है। जोन क्रमांक-2 के तत्कालीन जोन कमिश्नर प्रवेश कश्यप ने जहाँ इस पूरे मामले को निराधार बताते हुए सफाई दी है, वहीं पार्षद एवं एमआईसी सदस्य सीमा सिंह और उनके पति संजय सिंह ने उन पर गंभीर आरोपों की झड़ी लगा दी है।
न्यूज़ हब इनसाइट से बातचीत में कश्यप ने स्पष्ट कहा—
“पानी टैंकर अभी भी पंप हाउस में सुरक्षित रखा हुआ है। इसे कबाड़ में बेचने का सवाल ही नहीं उठता। सीमा सिंह से मेरी कोई बातचीत नहीं हुई है, न ही इस विषय पर आयुक्त से चर्चा हुई। वे मुझ पर आरोप क्यों लगा रही हैं, यह समझ से परे है।”
कश्यप ने आगे यह भी संकेत दिए कि संभवतः संपदा अधिकारी के पास लंबित किसी फाइल को लेकर यह विवाद खड़ा किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने यह याद दिलाया कि उस दौरान उन्हें पदभार ग्रहण किए मात्र 10 दिन ही हुए थे।
लेकिन, सीमा सिंह के पति संजय सिंह ने कश्यप की सफाई को पूरी तरह खारिज करते हुए पलटवार किया। उन्होंने कहा—
“मेरी कोई फाइल संपदा में लंबित नहीं है। सच तो यह है कि जेम पोर्टल से खरीदी गई जेसीबी मशीन को प्रवेश कश्यप ने संविदा कर्मचारी सूर्यवंशी के माध्यम से बेच दिया। यही नहीं, उन पर पैसा लेकर एक रसूखदार को जमीन पर कब्जा दिलाने का भी आरोप है। इस कारण असली जमीन मालिक न्याय के लिए जोन कार्यालय के चक्कर काट रहा है।”
इस तरह पानी टैंकर कबाड़ विवाद अब जेसीबी बिक्री और जमीन कब्जा प्रकरण से भी जुड़ गया है। आरोप–प्रत्यारोप के इस सिलसिले ने नगर निगम की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।














