
बिलासपुर – छत्तीसगढ़ सांस्कृतिक कला संगम समिति के तत्वावधान में आगामी 31 जुलाई को एक विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम “रफी नाइट्स” का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम पंडित देवकी नंदन दीक्षित सभागार में शाम 6 बजे से प्रारंभ होगा।
कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं
इस सांस्कृतिक शाम में स्थानीय उभरते कलाकार मोहम्मद रफी साहब के अमर गीतों की प्रस्तुति देंगे। संगीत प्रेमियों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है जहां वे किंवदंती गायक की आवाज़ को स्थानीय प्रतिभाओं के माध्यम से सुन सकेंगे।
संगठन की जानकारी
छत्तीसगढ़ सांस्कृतिक कला संगम समिति के संरक्षक श्री दीपक जावलकर के मार्गदर्शन में यह कार्यक्रम आयोजित हो रहा है। समिति के अध्यक्ष परमवीर मरहास, उपाध्यक्ष जितेंद्र ठाकुर, कोषाध्यक्ष दीपक मिश्रा, सचिव ऋषि पुरी गोस्वामी एवं सहसचिव दिलीप सराफ के नेतृत्व में इस सांस्कृतिक आयोजन की तैयारियां पूर्ण की गई हैं।
प्रतिभागी कलाकार
गायक कलाकार
इस मनमोहक शाम में योगानंद साहू, अनुपम शुक्ला, मयूरी खंडेलवाल, कनक साहू, सागर साहू, ऋषि पुरी गोस्वामी, दीपक मिश्रा और वर्ष तिवारी, अपनी मधुर आवाज़ से रफी साहब के गीतों को जीवंत करेंगे।
वादक कलाकार
संगीत की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए कुशल वादक कलाकारों का एक समूह भी इस कार्यक्रम का हिस्सा है। इनमें ऑर्गन पर शिवा मेश्राम, ढोलक पर गोवर्धन दादा, पेड पर नितिन मेश्राम, कांगो और हेंड सोनिक पर भाई बंटी एवं सैक्सोफोन पर मनोज रजक शामिल हैं।
प्रवेश और व्यवस्थाएं
कार्यक्रम में सभी संगीत प्रेमी सादर आमंत्रित हैं। पंडित देवकी नंदन दीक्षित सभागार में उत्कृष्ट ध्वनि व्यवस्था और बैठक की समुचित व्यवस्था की गई है।
समिति के अध्यक्ष परमवीर मरहास ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्थानीय कलाकारों को मंच प्रदान करना और रफी साहब की संगीत परंपरा को आगे बढ़ाना है। विविध वाद्य यंत्रों के साथ प्रस्तुत होने वाले इस कार्यक्रम में श्रोताओं को एक अविस्मरणीय संगीत अनुभव मिलेगा।
यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर को संजोने और नई पीढ़ी तक पहुंचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।