बिलासपुर: नगर निगम चुनाव में महापौर और पार्षद पद के कुल 11 उम्मीदवारों ने आज अपने नामांकन वापस ले लिए। महापौर पद के त्रिलोक चंद श्रीवास एवं ननकी राम पटेल ने चुनावी मैदान से खुद को अलग कर लिया है।
इसके अतिरिक्त, वार्ड क्रमांक 15 से वेदराम यादव एवं विनोद यादव, वार्ड क्रमांक 07 से मनोज पाठकर, वार्ड क्रमांक 03 से निरीता बघेल एवं विमला रातरे, वार्ड क्रमांक 61 से मयंक सिंह गौतम, वार्ड क्रमांक 11 से उषा रानी प्रजापति एवं सत्या रजक तथा वार्ड क्रमांक 10 से मोहम्मद युसुफ ने नामांकन वापस लिया है।
रिटर्निंग अधिकारी ने बताया कि नाम वापसी के बाद अब प्रत्याशियों को उनके दलों के प्रतीक चिन्ह एवं स्वतंत्र प्रत्याशियों को आयोग के निर्देशानुसार चुनाव चिन्ह प्रदान कर दिए गए हैं। चुनाव में बचे प्रत्याशियों के बीच कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है। मतदाताओं के समक्ष अब सीमित विकल्प होंगे, जिससे उनके निर्णय लेने की प्रक्रिया और महत्वपूर्ण हो जाएगी।
बिलासपुर की सड़कों पर पिछले कुछ महीनों से जिस तरह का खतरनाक ट्रेंड देखने को मिल रहा है, वह सिर्फ कानून का उल्लंघन नहीं, बल्कि सामाजिक गैर-जिम्मेदारी की पराकाष्ठा है। पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है—पाँच महीनों में 14 मामले दर्ज, 33 वाहन जब्त, 72 आरोपी गिरफ्तार। लेकिन सवाल यह है कि आखिर स्टंटबाज़ों पर यह कड़ी कार्रवाई भी असरदार क्यों नहीं हो रही? सड़कें रेस ट्रैक नहीं हैं, और न ही खुलेआम बर्थडे सेलिब्रेशन का मंच। फिर भी कुछ युवा सोशल मीडिया की चकाचौंध और…
बिलासपुर: महाराणा प्रताप महाविद्यालय उस्लापुर में छत्तीसगढ़ राजभाषा दिवस के मौके पर पारंपरिक स्वाद और संस्कृति की अनोखी महक बिखेरते हुए छत्तीसगढ़ी व्यंजन मेला धूमधाम से आयोजित किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ शिवाजी राव शिक्षण समिति के अध्यक्ष डॉ. बी.एल. गोयल और प्राचार्य डॉ. अनिता सिंह ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। उद्घाटन के बाद विद्यार्थियों को छत्तीसगढ़ी भाषा के महत्व, उसकी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और स्थानीय बोलियों की प्रतिष्ठा के बारे में अवगत कराया गया। मेले में छात्रों ने फरा, चौसेला, चीला, धुस्का, भजिया जैसे पारंपरिक व्यंजनों…