बिलासपुर: इंटरनेशनल स्टार जादूगर बादशाह का जादू इन दिनों बिलासपुर में शिव टॉकीज पर छाया हुआ है। छठ पूजा के अवसर पर उन्होंने अपने दर्शकों को शुभकामनाएं दी और नए-नए जादू के करतबों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके शो में मनोरंजन के साथ-साथ सामाजिक संदेश भी बखूबी पेश किए गए हैं, जो दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर रहे हैं।
इस शो में खास आकर्षण हैं डिजिटल मैजिक, मेंटालिज्म, और दुर्लभ जानवरों के साथ उनके हैरतअंगेज एक्ट। बिलासपुर के लोग पहली बार ऐसे जादू देख रहे हैं, जो पुराने भारतीय जादू और आधुनिक तकनीक का बेहतरीन मिश्रण हैं। रहस्य, रोमांच, और हास्य से भरपूर इस शो में जादूगर बादशाह ने ऐसा समां बांधा है कि हर उम्र के दर्शक उत्साह से झूम उठे।
शो का आकर्षण और विशेष शो टाइमिंग्स
शिव टॉकीज में इस शो का अनुभव करने के लिए रोजाना दो शो आयोजित किए जा रहे हैं, और अवकाश के दिनों में एक अतिरिक्त दोपहर का शो भी रखा गया है ताकि अधिक लोग इसका आनंद ले सकें। टिकट शिव टॉकीज के काउंटर पर उपलब्ध है, जिसे एडवांस में बुक किया जा सकता है या शो के दौरान भी लिया जा सकता है। ऑनलाइन टिकट बुकिंग की सुविधा भी उपलब्ध है, जिससे दर्शक बिना किसी परेशानी के अपने पसंदीदा शो का आनंद ले सकते हैं।
दर्शकों का उत्साह और शो की चर्चा
शहर में जादूगर बादशाह के शो की खूब चर्चा हो रही है। उनके नए अंदाज और अनोखे करतबों ने हर किसी का दिल जीत लिया है। डिजिटल और लाइव जादू के इस अद्भुत मिश्रण ने दर्शकों को एक नई दुनिया में ले जाने का अनुभव दिया है, जिसमें सस्पेंस और मस्ती का अनोखा संगम है।
छठ पूजा पर जादूगर बादशाह की शुभकामनाओं के साथ यह शो बिलासपुर के लोगों के लिए एक यादगार मनोरंजक अनुभव बन गया है।
बिलासपुर की सड़कों पर पिछले कुछ महीनों से जिस तरह का खतरनाक ट्रेंड देखने को मिल रहा है, वह सिर्फ कानून का उल्लंघन नहीं, बल्कि सामाजिक गैर-जिम्मेदारी की पराकाष्ठा है। पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है—पाँच महीनों में 14 मामले दर्ज, 33 वाहन जब्त, 72 आरोपी गिरफ्तार। लेकिन सवाल यह है कि आखिर स्टंटबाज़ों पर यह कड़ी कार्रवाई भी असरदार क्यों नहीं हो रही? सड़कें रेस ट्रैक नहीं हैं, और न ही खुलेआम बर्थडे सेलिब्रेशन का मंच। फिर भी कुछ युवा सोशल मीडिया की चकाचौंध और…
बिलासपुर: महाराणा प्रताप महाविद्यालय उस्लापुर में छत्तीसगढ़ राजभाषा दिवस के मौके पर पारंपरिक स्वाद और संस्कृति की अनोखी महक बिखेरते हुए छत्तीसगढ़ी व्यंजन मेला धूमधाम से आयोजित किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ शिवाजी राव शिक्षण समिति के अध्यक्ष डॉ. बी.एल. गोयल और प्राचार्य डॉ. अनिता सिंह ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। उद्घाटन के बाद विद्यार्थियों को छत्तीसगढ़ी भाषा के महत्व, उसकी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और स्थानीय बोलियों की प्रतिष्ठा के बारे में अवगत कराया गया। मेले में छात्रों ने फरा, चौसेला, चीला, धुस्का, भजिया जैसे पारंपरिक व्यंजनों…