बिलासपुर:-हमने आपको पिछले एपिसोड में बताया था कि बिलासपुर का जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय टेंट सामग्री और खेल सामग्री खरीदी के टेंडर मामले में कैसे शक के घेरे में है। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए हम आपको परत दर परत बता रहे हैं कि कैसे टीकाराम साहू और पी दासरथी एक बार फिर से घोटालों को अंजाम दे रहे हैं।
हाल ही में बिलासपुर जिले को राज्य स्तरीय शालेय खेल प्रतियोगिता के आयोजन की जिम्मेदारी दी गई थी। प्रतियोगिता करवाने के कुछ ही दिनों पहले सीमित निविदा पद्धति के माध्यम से टेंट, साउंड, लाइट एवं खेल सामग्री खरीदी का टेंडर किया गया। इस पूरे टेंडर को news hub insight ने बड़े बारीकी से कवर किया। हमने ये पाया की टेंडर की पूरी प्रक्रिया को फर्जी तरीके से निपटाया गया है। क्रय समिति के सदस्यों ने टेंडर को पहले से ही फिक्स कर दिया था, अपने चहेतों को नियम विरुद्ध काम भी दे दिया गया।
टेंडर कार्यालय के दस्तावेज बताते हैं कि बड़े अधिकारियों ने अपनी कुछ ही चहेती फर्मों को 11.09.2024 को गुपचुप तरीके से टेंडर जारी किया । 17.09.2024 को टेंडर जमा करने की अंतिम तारीख रखी गई। आपको बता दें कि 11 से 17 के बीच तीन दिन शासकीय अवकाश भी था। फर्मों को जानबूझ कर समय नहीं दिया गया । ये पूरा खेल ऐसा लगता है नोडल अधिकारी पी दासरथी के संरक्षण में हुआ है , दासरथी को ऐसे कामों में महारथ हासिल है। जिला शिक्षा अधिकारी टीकाराम साहू और पी दासरथी अपनी फर्म को टेंडर देने के चक्कर में छत्तीसगढ़ शासन भंडार क्रय नियम की खुलकर धज्जियां उड़ा रहे हैं। सीमित निविदा पद्धति की अर्हताओं को कूड़े में डाल दिया गया है।
टेंट सामग्री (किराया) की सूची इस प्रकार है
उद्घाटन एवं समापन समारोह में स्टेज साज सज्जा (मुख्यमंत्री के सम्मान के अनुरूप)
50*25 वॉटरप्रूफ पंडाल, कुर्सी, टेबल, मैटिंग, कार्पेट, कालीन
प्रेस एवं अतिथियों हेतु पंडाल,(15*30) , प्लास्टिक कुर्सी
खिलाड़ियों एवं कोच, मैनेजर की आवास व्यवस्था, गद्दा, तकिया, अन्य
खिलाड़ियों एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने वाले छात्राओं हेतु पंडाल (15*30)
खेल मैदानों में पंडाल व्यवस्था
खेल सामग्री खरीदी के लिए किए गए टेंडर की सूची
Baseball leg guard
Baseball helmet
Jersey (half sleeve)
T shirt
Hockey net
cricket net (10*100)
Trophy
Medal (50 gram)
हम टेंडर की सूची सार्वजनिक इसलिए कर रहे हैं ताकि आम जनता को ये पता लग सके की स्कूल शिक्षा विभाग के खिलाड़ियों के लिए क्या व्यवस्था की गई है। हमारे सूत्र बताते हैं कि इस टेंडर में एक फर्म के कई सामग्रियों में कम रेट्स आने के बावजूद परचेस ऑर्डर नहीं दिया गया, जो अपने आप में गंभीर मामला है। हमने जब संबंधित फर्म से बात की तो उन्होंने कहा इसकी शिकायत वे मुख्यमंत्री और बिलासपुर कलेक्टर अवनीश शरण से करेंगे।
जिला शिक्षा अधिकारी टीकाराम साहू का ट्रैक रिकॉर्ड
बिलासपुर में पदस्थ जिला शिक्षा अधिकारी के ऊपर हाल ही में anti corruption bureau ने कई जगह छापे मारे थे। प्रार्थी की शिकायत के बाद टीकाराम साहू के ऊपर FIR दर्ज की गई (भ्रष्टाचार अधिनियम 1988),संशोधन अधिनियम 2018 , धारा 13(2) ,13(1)(b),साहू 1988 से व्याख्याता से के कर DEO तक के सफर में करोड़ों रुपयों की दो दर्जन से अधिक अवैध संपत्ति अर्जित की है। ये सबके बावजूद शासन की कृपा से साहू बिलासपुर में अपनी कुर्सी का मजा ले रहे हैं। पोस्टिंग, ट्रांसफर, प्रमोशन, कंस्ट्रक्शन, store खरीदी के मामले में ACB की raids साफ बताती है की साहू जैसे अधिकारियों की बर्खास्तगी ही आखरी रास्ता है।
सहायक संचालक पी दासरथी का ट्रैक रिकॉर्ड
बिलासपुर हेड क्वार्टर में पदस्थ सहायक संचालक दासरथी भी करप्शन के मामले में टीकाराम साहू से कम नहीं है। आपको एक बार फिर याद दिला दें की बिलासपुर में ही प्रभारी शिक्षा अधिकारी रहते हुए दासरथी ने अनुकंपा नियुक्ति मामले में बड़ा घोटाला किया था। दासरथी ने 48 अपात्र लोगों को अवैध लेन देन के माध्यम से अनुकंपा नियुक्ति दे दी थी। शासन की जांच के उपरांत अपात्र लोगों को बर्खास्त किया गया और दासरथी को सिर्फ खानापूर्ति के लिए निलंबित किया गया, शायद रायपुर में बैठे बड़े अधिकारियों की महा कृपा हो गई होगी।
टीकाराम साहू और पी दासरथी के ट्रैक रिकॉर्ड से ये समझ में आता है कि कैसे दोनों अधिकारी खिलाड़ियों के रूप में छात्रों का भविष्य बर्बाद कर रहे हैं। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को तुरंत संज्ञान में लेते हुए इन अधिकारियों के ऊपर अविलंब कार्यवाही करनी चाहिए, ताकि स्कूल शिक्षा विभाग में लगातार लग रहे दागों को थोड़ा साफ किया जा सके। हम उम्मीद करते हैं कि आने वाला समय स्कूली खिलाड़ियों के लिए बहुत सुखद होगा।
बहुत बहुत शुक्रिया