
6 साल की मयंशी खण्डेलवाल की गज़ल प्रस्तुति, सबको चौंकाएगी उसकी मासूमियत और हुनर
बिलासपुर। ग़ज़ल प्रेमियों के लिए यह किसी तोहफे से कम नहीं है। शहर में जल्द ही नेशनल लेवल का ग़ज़ल प्रोग्राम “शाम-ए-ग़ज़ल” देवकीनदंन दीक्षित सभा भवन में 20 फरवरी को आयोजित किया जा रहा है। इस बहुप्रतीक्षित कार्यक्रम में उभरते ग़ज़ल गायकों की मौजूदगी रहेगी। उक्त जानकारी छत्तीसगढ़ सांस्कृतिक कला संगम समिति के पदाधिकारी जितेंद्र कुमार ठाकुर और परमवीर मरहास ने मीडिया को दी ।
पदाधिकारियों ने बताया कि ग़ज़ल प्रेमियों की डिमांड पर आयोजित किए जा रहे इस प्रोग्राम का उद्देश्य लोगों को साहित्य, संगीत और ग़ज़ल की गहराई से जोड़ना है। “शाम-ए-ग़ज़ल” में श्रोताओं को ग़ज़ल की खूबसूरती, दर्द और मोहब्बत के एहसास से रूबरू होने का मौका मिलेगा।
उभरते ग़ज़ल गायकों की प्रस्तुति
जितेंद्र कुमार ठाकुर और परमवीर मरहास से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस कार्यक्रम में उभरते ग़ज़ल गायक अपनी प्रस्तुतियों से श्रोताओं का दिल जीतने के लिए तैयार हैं। आयोजन समिति ने जानकारी दी है कि कार्यक्रम में आशा भोसले, गुलाम अली और मेहँदी हसन की गजलों को पेश किया जाएगा। श्रोता यहां बेहतरीन शेरो-शायरी और सुरों की मिठास का आनंद उठा सकेंगे।
आयोजन की तैयारी जोरों पर
आयोजन समिति ने बताया कि “शाम-ए-ग़ज़ल” को शहर के प्रतिष्ठित स्थान देवकीनदंन सभा भवन में आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम के लिए शहरवासियों में खासा उत्साह है।
संस्कृति और कला को बढ़ावा देने का प्रयास
“शाम-ए-ग़ज़ल” न केवल संगीत प्रेमियों को एक मंच प्रदान करेगा, बल्कि कला और संस्कृति के प्रसार का माध्यम भी बनेगा। यह कार्यक्रम ग़ज़ल की गहराई और उसकी जादुई प्रस्तुति का अनुभव करने का बेहतरीन मौका होगा।
तो तैयार हो जाइए! जल्द ही शहर में ग़ज़ल की अद्भुत शाम आपका इंतजार कर रही है।