बिलासपुर पुलिस का एक्शन : 4 को किया जिलाबदर, जानिए कौन नहीं दिखेंगे बिलासपुर समेत आसपास के पांच जिलों की सीमा में

बिलासपुर जिले में पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह (भा.पु.सं.) के निर्देशानुसार अभ्यस्त अपराधियों के विरुद्ध जन सुरक्षा अधिनियम के तहत जिला बदर की सख्त कार्रवाई की जा रही है। हाल ही में 5 नवंबर 2024 को तीन आरोपियों और आज एक आरोपी को जिला बदर का आदेश जारी किया गया है। इसके तहत ये आरोपी बिलासपुर सहित आसपास के जिलों, जैसे जांजगीर-चांपा, मुंगेली, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही और बलौदा बाजार की सीमा में अगले छह महीने तक प्रवेश नहीं कर सकेंगे।

जिला बदर किए गए अपराधियों की सूची:

  1. मृत्युंजय सिंह, निवासी कंपनी गार्डन के सामने, डबरीपारा, बिलासपुर
  2. आसिफ खान, निवासी आजाद चैक मंगला, बिलासपुर
  3. गदर उर्फ मानस मेश्राम, निवासी मगरपारा, बिलासपुर
  4. बाबू अण्डा उर्फ प्रियनाथ वर्मा, निवासी शांति नगर सकरी, बिलासपुर

रजनेश सिंह के नेतृत्व में बिलासपुर पुलिस ने अभ्यस्त अपराधियों के विरुद्ध जिला बदर की कार्रवाई तेज कर दी है। जन सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत अब तक 11 अपराधियों पर जिला बदर की कार्रवाई की गई है, जिसमें 7 पहले से आदेशित और हाल ही में 4 अपराधियों पर अतिरिक्त आदेश जारी किए गए हैं। इन अपराधियों को अगले छह माह तक बिलासपुर समेत आसपास के पांच जिलों की सीमा से बाहर रहना होगा।

  • Related Posts

    बिलासपुर: SSP रजनेश सिंह की सख़्ती भी नहीं रोक पा रही स्टंटबाज़ों की सनक

    बिलासपुर की सड़कों पर पिछले कुछ महीनों से जिस तरह का खतरनाक ट्रेंड देखने को मिल रहा है, वह सिर्फ कानून का उल्लंघन नहीं, बल्कि सामाजिक गैर-जिम्मेदारी की पराकाष्ठा है। पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है—पाँच महीनों में 14 मामले दर्ज, 33 वाहन जब्त, 72 आरोपी गिरफ्तार। लेकिन सवाल यह है कि आखिर स्टंटबाज़ों पर यह कड़ी कार्रवाई भी असरदार क्यों नहीं हो रही? सड़कें रेस ट्रैक नहीं हैं, और न ही खुलेआम बर्थडे सेलिब्रेशन का मंच। फिर भी कुछ युवा सोशल मीडिया की चकाचौंध और…

    Continue reading
    छत्तीसगढ़ी राजभाषा दिवस पर उसलापुर में महका ‘व्यंजन मेला’, छात्रों ने परोसी संस्कृति की सुगंध

    बिलासपुर: महाराणा प्रताप महाविद्यालय उस्लापुर में छत्तीसगढ़ राजभाषा दिवस के मौके पर पारंपरिक स्वाद और संस्कृति की अनोखी महक बिखेरते हुए छत्तीसगढ़ी व्यंजन मेला धूमधाम से आयोजित किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ शिवाजी राव शिक्षण समिति के अध्यक्ष डॉ. बी.एल. गोयल और प्राचार्य डॉ. अनिता सिंह ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। उद्घाटन के बाद विद्यार्थियों को छत्तीसगढ़ी भाषा के महत्व, उसकी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और स्थानीय बोलियों की प्रतिष्ठा के बारे में अवगत कराया गया। मेले में छात्रों ने फरा, चौसेला, चीला, धुस्का, भजिया जैसे पारंपरिक व्यंजनों…

    Continue reading

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *