
बिलासपुर की सेवाभावी पंजाबी संस्था की सहयोगी हिन्दू पंजाबी महिला संस्था ने निःशुल्क एक्यूप्रेशर, सुजोक सह ऑरिक्यूलर चिकित्सा शिविर का आयोजन किया . यह चिकित्सा शिविर 3 से 5 मई तक पंजाबी भवन, ईमलीपारा में आयोजित था . सिर्फ महिलाओं के लिये आयोजित इस शिविर में 45 महिलाओं का उपचार किया गया.
हिन्दू पंजाबी महिला संस्था की अध्यक्ष श्रीमती योगिता दुआ ने बताया कि शिविर में चार विशेषज्ञ चिकित्सकों ने अपनी सेवायें दी जिसमें डॉ मानसी मलिक, डॉ चंद्रा लालवानी, डॉ अंजलि नागदेव और डॉ जसविंदर कौर प्रमुख हैं.
पंजाबी संस्था के अध्यक्ष अशोक ऋषि ने इस अवसर पर कहा कि संस्था “एक तंदुरुस्ती हजार नियामत” के ध्येय-वाक्य के साथ समुदाय और आस-पास के लोगों को निःशुल्क चिकित्सा जांच व उपचार के माध्यम से प्राथमिक और विशिष्ट स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करती रही है. इससे पहले भी संस्था द्वारा आयोजित स्वास्थ्य शिविरों में सैकड़ों लोग लाभान्वित हुए हैं. उन्होंने कहा कि लोगों की आवश्यकताओं को देखते हुए पंजाबी भवन में ऐसी चिकित्सा पद्ध्यतियों का नियमित संचालन किया जायेगा .
डॉ मानसी मलिक ने बताया कि हिन्दू पंजाबी संस्था के इस तीन दिवसीय एक्यूप्रेशर, सुजोक सह ऑरिक्यूलर चिकित्सा शिविर में 45 महिलाओं को उपचारात्मक चिकित्सा सेवाएं प्रदान की गई. उन्होंने बताया कि एक्यूप्रेशर चिकित्सा पद्ध्यति वस्तुतः भारतीय चिकित्सा संस्कृति की धरोहर है और इसके नियमित अभ्यास से सभी प्रकार के रोग ठीक हो सकते हैं. उन्होंने अपने चिकित्सकीय सहयोगियों के साथ फ्रोजन सोल्डर, घुटनों का दर्द, माइग्रेन, थाईराइड, ब्लड प्रेशर, साइटिका, ओबीसिटी तथा अनेक प्रकार के स्त्रीजनित रोगों का ईलाज किया है.
डॉ. मलिक ने बताया कि इस शिविर में मिक्स थेरेपी का प्रयोग किया गया. एक्यूप्रेशर के साथ सुजोक थेरेपी और विशेष रूप से ऑरिक्यूलर चिकित्सा पद्ध्यति के अच्छे नतीजे आये है और महिलाओं को बेहतर उपचार मिला है. ऑरिक्यूलर को इयर सीड थेरेपी भी कहा जाता है. यह परंपरागत मेडिसिन के सिद्धांतों पर आधारित है, जिसमें कान के बिन्दुओं में छोटे-छोटे बीज टेप करके ईलाज किया जाता है.
हिन्दू पंजाबी महिला संस्था के इस तीन दिवसीय शिविर में अध्यक्ष योगिता दुआ के अलावा शिखा सवन्नी, रत्ना हिंदुजा, नमिता ऋषि, चानी ऐरी, हर्ष बाला सग्गर, रमा ऐरी खास तौर पर मौजूद थीं.