नशे में चूर आड़े-तिरछे नेताओं को भी किसी कीमत पर नहीं छोड़ा जाएगा – पुलिस
बिलासपुर की सड़कों पर शनिवार रात जो कुछ हुआ, उसने यह साफ कर दिया कि कानून के सामने छुटभैय्या नेता की दाल अब उतनी आसानी से गलने वाली नहीं है। छुटभैय्या नेता अनिल राठौर, जो शराब के नशे में गाड़ी चला रहे थे, जब ट्रैफिक चेकिंग में पकड़े गए तो उन्होंने वही रास्ता अपनाया जो अक्सर छुटभैय्या नेता लोग अपनाते हैं— हवा-हवाई बात करना।
लेकिन इस बार कहानी उलटी निकली। पुलिस ने न केवल उनकी हवा-हवाई बात को दरकिनार किया बल्कि नियमों को लागू करते हुए उन्हें हवालात की हवा भी खिलाई। उनके साथी प्रतीक तिवारी का रवैया भी हवा-हवाई वाला था, पर नतीजा वही हुआ—लॉकअप।

यह पूरा घटनाक्रम सिर्फ एक ट्रैफिक चेकिंग की कार्रवाई नहीं, बल्कि एक संदेश है। एसएसपी रजनेश सिंह की सख्त निगरानी में चल रही रात की चेकिंग अब “हवा-हवाई नेताओं” को भी बख्शने के मूड में नहीं है।
दरअसल, यह वही बिलासपुर है जहाँ वर्षों तकहवा-हवाई नेता ट्रैफिक पुलिस को ठेंगा दिखाकर निकल जाया करते थे। लेकिन अब परिस्थितियाँ बदल रही हैं। पुलिस ने यह साफ कर दिया कि चाहे कोई भी आड़े तिरछे नेता—नशे में गाड़ी चलाने वालों और कानून तोड़ने वालों को किसी कीमत पर नहीं छोड़ा जाएगा।















