
बिलासपुर: एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जिसमें मृतक शिवकुमार घृतलहरे (उम्र 36 वर्ष, निवासी पोड़ी, थाना बिल्हा) की मौत के कारणों को लेकर परिजनों द्वारा झूठी जानकारी देकर मुआवजा प्राप्त करने का प्रयास किया गया।
मिली जानकारी के अनुसार, शिवकुमार को 12 नवम्बर को अचानक तबीयत बिगड़ने, उल्टी होने और मुंह से झाग निकलने के कारण परिजनों द्वारा पहले बिल्हा सीएचसी और बाद में सिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पुलिस जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि शिवकुमार की मृत्यु साँप के काटने से नहीं, बल्कि शराब एवं जहर के सेवन से हुई थी। इसके बावजूद मृतक के पिता परागदास घृतलहरे, पत्नी नीता घृतलहरे एवं भाई हेमंत घृतलहरे ने जानबूझकर प्रशासन को गुमराह करते हुए पुलिस को गलत जानकारी दी और साँप काटने से मृत्यु होना बताया। इतना ही नहीं, परिजनों ने वकील के माध्यम से तहसीलदार कार्यालय में तीन लाख रुपये मुआवजा प्राप्त करने के लिए आवेदन भी किया।
पुलिस ने इस मामले में षड्यंत्रपूर्वक सरकारी मुआवजा राशि हड़पने की नीयत से झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने पर संज्ञान लेते हुए जांच प्रारंभ कर दी है। मामले की विवेचना जारी है और दोषियों पर विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।
आरोपी
-
कामता साहू पिता स्व. रामलाल साहू, उम्र 36 वर्ष, ग्राम पेंडारी, थाना सकरी, जिला बिलासपुर
-
डॉ. प्रियंका सोनी, एमबीबीएस, एम.डी. (फोरेंसिक मेडिसिन), सिम्स, बिलासपुर
-
पराग दास घृतलहरे पिता स्व. बगलू, उम्र 66 वर्ष, साकिन पोड़ी, थाना बिल्हा
-
हेमंत कुमार घृतलहरे पिता पराग दास, उम्र 34 वर्ष, साकिन पोड़ी, थाना बिल्हा
-
श्रीमति नीता घृतलहरे पति स्व. शिवकुमार, उम्र 35 वर्ष, साकिन पोड़ी, थाना बिल्हा