
बिलासपुर नगर निगम इतिहास रचने की ओर, राजस्व वसूली 100 करोड़ के करीब
बिलासपुर नगर निगम ने इतिहास में पहली बार 100 करोड़ रुपये की राजस्व वसूली की ओर कदम बढ़ा दिया है। निगम ने 31 मार्च 2025 तक 90 करोड़ 11 लाख रुपये की वसूली कर अपने पुराने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। बीते वर्ष की तुलना में इस बार राजस्व में पांच प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। शासन द्वारा कर भुगतान के लिए दी गई 30 अप्रैल तक की छूट के बाद यह आंकड़ा 100 करोड़ तक पहुंचने की पूरी संभावना है।
कमिश्नर ने लिया वसूली की प्रगति का जायजा
राजस्व वसूली के इस ऐतिहासिक लक्ष्य को हासिल करने के लिए नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार ने आज सभी RI और ARI के साथ बैठक कर 30 अप्रैल तक लक्ष्य प्राप्ति के निर्देश दिए। साथ ही, बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली टीमों का उत्साहवर्धन भी किया गया।
राजस्व का प्रमुख आधार बना संपत्तिकर व यूजर चार्ज
पिछले वित्तीय वर्ष में निगम ने संपत्तिकर, समेकित कर, दुकान, भूखंड, किराया, नीलामी समेत सभी स्रोतों से 87 करोड़ रुपये की वसूली की थी। वहीं इस वर्ष 31 मार्च तक 90.11 करोड़ रुपये वसूल कर नया रिकॉर्ड बनाया गया है।
विशेष रूप से संपत्तिकर, समेकित कर और यूजर चार्ज से इस बार 56 करोड़ 5 लाख रुपये की वसूली हुई है, जो पिछले साल की 40 करोड़ रुपये की तुलना में 41 प्रतिशत अधिक है। 30 अप्रैल तक यह वृद्धि 50 प्रतिशत तक पहुंचने की संभावना है।
स्पैरो क्षेत्र में 60 प्रतिशत अधिक वसूली
इस वर्ष टैक्स कलेक्शन एजेंसी स्पैरो के क्षेत्रों में भी निगम अमले द्वारा 60 प्रतिशत अधिक वसूली की गई है। उल्लेखनीय है कि पहले इन क्षेत्रों में अपेक्षानुसार वसूली नहीं हो पाती थी, लेकिन इस बार निगम की टीम ने बेहतर प्रदर्शन किया।
अभियान और मॉनिटरिंग ने दिलाई सफलता
करीब 8 माह पूर्व निगम कमिश्नर के नेतृत्व में शुरू किए गए विशेष अभियान के तहत डोर-टू-डोर संपर्क, शिविरों का आयोजन, बड़े बकायेदारों पर सख्ती, नवाचार और ऑनलाइन भुगतान जैसी सुविधाओं से राजस्व में भारी वृद्धि देखी गई। राजस्व वसूली को मिशन मोड में लेकर निरंतर मॉनिटरिंग की गई, जिसका सीधा असर नतीजों पर पड़ा।
नगर निगम के इस प्रदर्शन से साबित होता है कि नियोजित कार्यशैली और मजबूत नेतृत्व के साथ लक्ष्य कितना भी बड़ा क्यों न हो, उसे प्राप्त किया जा सकता है।