
बिलासपुर, शुभम विहार। श्रावण मास के अंतिम सोमवार को ओंकारेश्वर महादेव मंदिर, सागा लेआउट, शुभम विहार में श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला। यहां संपूर्ण विधि-विधान और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भगवान शिव का रूद्राभिषेक किया गया।
इस पावन अवसर पर मंदिर के संस्थापक अध्यक्ष एवं संरक्षक, पूर्व आई.एस.एस. रमेश चंद्र श्रीवास्तव ने रूद्राभिषेक कर श्रावण मास के आध्यात्मिक महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि “शास्त्रों में श्रावण मास को साधना, उपासना और शिवभक्ति के लिए श्रेष्ठ काल माना गया है। संपूर्ण श्रद्धा से किया गया रूद्राभिषेक न केवल इस लोक, बल्कि परलोक को भी सुंदर बनाता है।”
मंदिर के कोषाध्यक्ष शंकर गेंदले ने कहा कि “कलियुग में शिवभक्ति ही सबसे सरल और प्रभावकारी साधना है। भगवान शिव की आराधना से समस्त पापों का नाश होता है और पुण्य की प्राप्ति होती है।”
पूजन समिति के अध्यक्ष प्रदीप शर्मा ने आयोजन में सम्मिलित सभी श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त किया और कहा कि “यह सामूहिक रूद्राभिषेक क्षेत्र में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।”
इस अवसर पर श्रीमती ऊषा श्रीवास्तव, सोनिया गेंदले, विंदेश्वरी शर्मा, पूनम तिवारी, मिनी विश्वकर्मा, मोनिका साहू, रिचा साहू, शालू गेंदले और दिलीप मरकाम सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। मंदिर परिसर ‘बोल बम’ और ‘हर हर महादेव’ के जयकारों से गूंज उठा।