
बिलासपुर: प्रेस क्लब के सदस्य और अधिमान्य पत्रकार दिलीप अग्रवाल को “जाली पत्रकार” कहे जाने पर प्रदेशभर के पत्रकारों में आक्रोश फैल गया है। यह टिप्पणी ऋषि उपाध्याय नामक व्यक्ति द्वारा की गई, जिसे पत्रकारिता जगत ने गंभीरता से लिया है।
छत्तीसगढ़ प्रखर पत्रकार महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष विनय मिश्रा और महासचिव पंकज खण्डेलवाल ने इस प्रकरण को पत्रकारों की गरिमा और स्वतंत्रता पर हमला बताया है। पदाधिकारियों का कहना है कि किसी भी व्यक्ति को यह अधिकार नहीं है कि वह बिना किसी वैध प्रमाण के किसी पत्रकार की छवि धूमिल करे, विशेषकर जब वह पत्रकार शासन से अधिमान्यता प्राप्त हो और वर्षों से निष्पक्ष पत्रकारिता कर रहा हो।
महासंघ ने घोषणा की है कि वे इस विषय में कड़ा रुख अपनाएंगे और आज दोपहर 12:30 बजे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SP) रजनेश सिंह को एक ज्ञापन सौंपेंगे, जिसमें ऋषि उपाध्याय के खिलाफ विधिसम्मत कार्यवाही की माँग की जाएगी।
इस मौके पर प्रखर पत्रकार महासंघ की प्रदेश और जिला इकाई के साथ बड़ी संख्या में पत्रकार मौजूद रहेंगे। महासंघ ने अन्य पत्रकार संगठनों से भी इस मुद्दे पर एकजुटता दिखाने की अपील की है।
ज्ञात हो कि पत्रकार दिलीप अग्रवाल जिले में सक्रिय पत्रकारिता के साथ-साथ सामाजिक मुद्दों पर भी मुखर रहते हैं, और हाल ही में उन्होंने राशन वितरण में अनियमितताओं को उजागर किया था, जिसके बाद उनके खिलाफ निराधार आरोप लगाए जा रहे हैं।