
बिलासपुर: पूनम पांडे ने अतिरिक्त तसीलदार गरिमा ठाकुर पर लगाया गंभीर आरोप, कहा- मैडम ने नियमविरुद्ध तोड़ा मेरा घर… SDM मनीष साहू ने ठीक से नहीं सुनी मेरी बात… कलेक्टर अवनीश शरण ने रुडली व्यवहार करते हुए अपने कक्ष से बाहर जाने को कहा…
अतिरिक्त तसीलदार गरिमा ठाकुर के नोटिस में खामियाँ
अतिरिक्त तसीलदार गरिमा ठाकुर के नोटिस में ओवरराइटिंग
अतिरिक्त तसीलदार गरिमा ठाकुर के नोटिस में दर्ज नहीं है प्रकरण क्रमांक
अतिरिक्त तसीलदार गरिमा ठाकुर के द्वारा पूनम पांडे को दिया गया नोटिस चर्चा में
अतिरिक्त तसीलदार गरिमा ठाकुर के इस नोटिस पर जमकर हो रही जमकर चर्चा, विशेषज्ञों ने इसे मनमानी कहा
बिलासपुर: बिरकोना में 15 अप्रैल को अतिरिक्त तहसीलदार गरिमा ठाकुर के निगरानी में 23 लोगों के मकान पर बुलडोजर चला. मिली जानकारी के अनुसार, यह कार्रवाई कलेक्टर के आदेश पर तहसीलदार गरिमा ठाकुर, जोन कमिश्नर, राजस्व अमला और पुलिस बल की टीम ने संयुक्त रूप से मौके पर पहुंचकर बुलडोजर की मदद से निर्माण को ध्वस्त किया। प्रशासन ने इससे पहले अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था, साथ ही 9 अप्रैल को बेदखली आदेश जारी करते हुए उन्हें स्वयं कब्जा हटाने का अंतिम मौका दिया गया था। तय समयसीमा में कब्जा नहीं हटाने के चलते प्रशासन ने सख्ती दिखाई और मंगलवार को कार्रवाई की।
इस कार्रवाई से प्रभावित हुई पूनम पांडे ने इसे गलत ठहराते हुए न्यूज़ हब इनसाइट को बताया कि मेरी जमीन शासकीय भूमि नहीं है. मेरा प्रकरण विधिवत राजस्व न्यायालय में चल रहा है. बावजूद इसके मुझे पर्याप्त समय दिए बिना ही आनन फानन में कार्रवाई की गई है. उन्होंने बताया कि राजस्व अधिकारी गरिमा ठाकुर के न्यायालय का कारण बताओ नोटिस मुझे 7 अप्रैल की रात 7:30 बजे कोटवार कृष्ण कुमार से प्राप्त हुआ और उसका जवाब नियम के तहत संबंधित के न्यायालय में मेरे द्वारा राजस्व अधिकारी गरिमा ठाकुर के कहने पर बाबु मनोज के पास जमा कराया गया. इस पर गरिमा ठाकुर ने कार्रवाई नहीं करने का आश्वासन दिया गया.
पूनम ने बताया कि जब मैंने बाबू से कारण बताओ नोटिस के जवाब में जो जवाब जमा कराया उसकी पावती मांगी तो उन्होंने नहीं दी. उसके बाद मेरे घर को तोड़ने राजस्व की टीम 15 अप्रैल को पहुंच गई. जब मैंने गरिमा ठाकुर से नियम के तहत बात की तो उन्होंने कहा मुझे नियम कानून मत बताओ. इसे हताश होकर जब मैं SDM मनीष साहू और कलेक्टर से मिली तो मुझे कोई ठोस जवाब नहीं मिला. जैसे ही मैं वापस मौके पर पहुंची तब तक मेरा घर तोड़ दिया गया था.
जब हमने गरिमा ठाकुर से फोन में बात की तो उन्होंने इस कार्रवाई को सही बताया.
कारण बताओ नोटिस में खमियां नजर आई
गरिमा ठाकुर के न्यायालय से पूनम को जारी नोटिस में राजस्व प्रकरण क्रंमाक दर्ज नहीं है और ओवरराइटिंग भी है. यहाँ सवाल यह भी उठता है कि कोटवार नोटिस पूनम पांडे को 7 अप्रैल की रात को क्यों दिया?
इन लोगों पर की गई कार्रवाई
विकास पिता रामभजन, श्याम बाई पति जनक गोड, पूनम पांडेय पति आशुतोष, प्रमीला यादव पति विनोद, पोस्टमेन पिता रामचरण साहू, महगुराम, नरेंद्र, अरुण बघेल, रामायण गोड, अशोक गोड, कुमारी गोड, ईश्वरी गोड, दुर्गेश साहू, गोपी गोस्वामी, हजारीलाल सूर्यवंशी, राजकुमार शुक्ला, फागूराम, बरातू मानू, जनऊ, बनऊ, धनऊ, अर्जुन, दिलीप एवं सुंदर पिता समेलाल।
कारण बताओ नोटिस
8416c77b-3d6d-4bcf-99e3-37267e49a38fपूनम का जवाब
पांडेकलेक्टर के नाम पूनम का पत्र
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