
सक्ती (छत्तीसगढ़): छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया है। मालखरौदा थाना क्षेत्र के ग्राम बड़े रबेली में एक दलित युवक के साथ बर्बरता की सारी हदें पार कर दी गईं। युवक को न केवल बेरहमी से पीटा गया, बल्कि उसे निर्वस्त्र कर अपमानित भी किया गया। इस दौरान वह बार-बार पानी के लिए गुहार लगाता रहा, लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की।
जानकारी के अनुसार, 9 अप्रैल की शाम ग्राम देवगांव निवासी युवक किसी काम से बड़े रबेली गया था। वहीं गांव के कुछ युवकों से उसका विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि ग्रामीणों ने युवक को पकड़कर रातभर पीटा। अगली सुबह युवक को फिर से निर्वस्त्र कर उसकी पिटाई की गई। चौंकाने वाली बात यह रही कि युवक प्यास से तड़पता रहा, बार-बार पानी मांगता रहा, लेकिन किसी ने उसे एक घूंट पानी तक नहीं दिया।
घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, जिससे क्षेत्र में रोष व्याप्त है। पीड़ित युवक को गंभीर हालत में रायगढ़ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। उसे सिर, आंख और शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोटें आई हैं।
सबसे दुर्भाग्यपूर्ण बात यह रही कि गांव के अधिकांश लोग मूकदर्शक बने रहे। किसी ने इस अमानवीय कृत्य को रोकने की कोशिश तक नहीं की।
सक्ती एसडीओपी मनीष कुंवर ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “हमें घटना की जानकारी मिली है। पीड़ित का बयान लिया जा रहा है और नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
यह घटना छत्तीसगढ़ में जातिगत भेदभाव और हिंसा पर कई सवाल खड़े करती है। प्रशासन से लेकर समाज तक सभी को आत्मचिंतन की आवश्यकता है कि आखिर कब तक दलितों के साथ ऐसी घटनाएं होती रहेंगी और हम मूकदर्शक बने रहेंगे?