
बिलासपुर: सिविल लाईन पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए आरोपी विकास मांझी को गिरफ्तार किया है, जो फर्जी कूटरचित दस्तावेज तैयार कर 1 करोड़ 75 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने में शामिल था। आरोपी के खिलाफ सिविल लाईन थाना क्षेत्र में धोखाधड़ी और कूटरचना का मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने आरोपी के घर से कूटरचित दस्तावेज बरामद किए, जिसमें मूल रजिस्ट्री के दस्तावेज, ऋण पुस्तिका और बैंक के दस्तावेज़ शामिल थे।
मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है: प्रार्थी यतिन्द्र बर्मन निवासी अलका एवेन्यू, उस्लापुर ने बताया कि आरोपी विकास मांझी और उसके साथियों ने मिलकर विजय लक्ष्मी शर्मा और रामेश्वर पांडेय के नाम से फर्जी जमीन के कूटरचित दस्तावेज तैयार किए और अमरचद बर्मन को 1.75 करोड़ रुपये में उस भूमि का सौदा कर दिया। जब प्रार्थीगण ने उक्त जमीन की बिक्री के लिए ग्राहक ढूंढे, तो पाया कि यह जमीन रजिस्ट्री के बावजूद भूमिहीन है। इसके बाद लिखित शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई शुरू की और अपराध पंजीबद्ध किया।
पुलिस ने आरोपी विकास मांझी से मुख्य कूटरचित दस्तावेज बरामद किए। आरोपी को 13 मार्च 2025 को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
इस मामले में अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है और उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
गिरफ्तार आरोपी
– विकास मांझी, पिता चंडीचरन मांझी (उम्र 52 वर्ष), निवासी गीताजली बिहार, श्रीराम केयर अस्पताल के पीछे, थाना सिविल लाईन, बिलासपुर।