
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ व्याख्याता संघ की साधारण सभा की बैठक महारानी लक्ष्मीबाई कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, बिलासपुर में प्रांतीय अध्यक्ष राकेश शर्मा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इस बैठक में 14 सूत्रीय मांगों पर चर्चा की गई। संघ ने व्याख्याताओं के हितों और प्राचार्य पद पर पदोन्नति को लेकर किए गए ऐतिहासिक संघर्षों का जिक्र करते हुए अपने प्रयासों की सराहना की।
10 वर्षों से रुकी पदोन्नति को मिली मंजूरी
संघ के महामंत्री राजीव वर्मा, सुरेश अवस्थी, अभय मिश्रा, प्रांतीय सचिव के.के. शर्मा, प्रहलाद नगरिया, जिला अध्यक्ष एम.सी. राय, अरुण साहू और अरविंद कौशिक ने बताया कि 10 वर्षों से रुकी हुई प्राचार्य पद की पदोन्नति को संघ के संघर्षों ने गति दी।
3 दिसंबर 2021 की हड़ताल और 17 दिसंबर 2024 को हजारों व्याख्याताओं द्वारा किए गए प्रदर्शन के परिणामस्वरूप, प्राचार्य के 2934 रिक्त पदों को भरने के लिए विभागीय पदोन्नति प्रक्रिया (डीपीसी) को मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने मंजूरी दी।
प्रस्ताव लोक सेवा आयोग को भेजा गया
स्कूल शिक्षा विभाग ने 30 दिसंबर 2024 को प्रस्ताव छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग को भेजा। 17 जनवरी 2025 से प्रस्ताव का परीक्षण शुरू हो चुका है और एक माह के भीतर पदोन्नति आदेश जारी होने की संभावना है।
बैठक में प्रस्तावित 14 सूत्रीय मांगें
बैठक में प्रबंध समिति और जिला अध्यक्षों ने शिक्षकों के हित में कई महत्वपूर्ण मांगें प्रस्तावित की, जिनमें शामिल हैं:
- सेवानिवृत्ति आयु: शिक्षकों की सेवानिवृत्ति आयु 62 वर्ष से बढ़ाकर 65 वर्ष की जाए।
- मोबाइल भत्ता: ऑनलाइन कार्य के लिए ₹500 मासिक मोबाइल भत्ता दिया जाए।
- अर्जित अवकाश: 240 दिन के स्थान पर अर्जित अवकाश को 300 दिन किया जाए।
- चिकित्सा सुविधा: दो लाख रुपए तक निशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो।
- ग्रेच्युटी सीमा: ग्रेच्युटी की सीमा 25 लाख रुपए तक बढ़ाई जाए।
- समयमान वेतनमान:
- सहायक शिक्षकों को तृतीय समयमान वेतनमान 5400 ग्रेड पे।
- व्याख्याताओं को समयमान वेतनमान 6600 ग्रेड पे।
संघ ने मुख्यमंत्री और शिक्षा विभाग का जताया आभार
संघ ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और स्कूल शिक्षा विभाग को इस ऐतिहासिक पहल के लिए धन्यवाद दिया।
संघ की सदस्यता में व्याख्याता एलबी को जोड़ा जाएगा
व्याख्याता एलबी को संघ की सदस्यता में शामिल करने का निर्णय लिया गया। जिला अध्यक्षों और प्रांताध्यक्षों को इस प्रक्रिया के लिए अधिकृत किया गया है।
बैठक में प्रांतीय और जिला अध्यक्षों की उपस्थिति
बैठक में रायगढ़ के जिला अध्यक्ष नरेंद्र पर्वत, कोरबा जिला अध्यक्ष चंद्रशेखर शर्मा, धमतरी जिला अध्यक्ष संजय चंद्राकर, दुर्ग जिला अध्यक्ष राकेश पांडेय, जांजगीर के कार्यकारी जिला अध्यक्ष विद्या भूषण, कबीरधाम जिला अध्यक्ष वेद राम पात्रे सहित अन्य प्रमुख सदस्य उपस्थित रहे।
संघ के संघर्ष और प्रस्तावित योजनाओं से छत्तीसगढ़ के 3000 व्याख्याताओं के लिए प्राचार्य बनने का रास्ता खुल गया है। यह कदम राज्य के शिक्षा क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।