
बिलासपुर, नेहरू नगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों का स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट भ्रष्टाचार और लापरवाही की भेंट चढ़ता दिख रहा है। नेहरू नगर क्षेत्र में इस प्रोजेक्ट के तहत जिम्मेदार अधिकारी प्रवीण शुक्ला के निगरानी में बनी सड़क एक साल के अंदर ही बेहद खराब हो चुकी थी। गुणवत्ताहीन निर्माण के चलते सड़क पर लगा डामर उखड़ने लगा था, जिससे दोपहिया वाहन चालकों के साथ स्थानीय लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था, जब न्यूज़ हब इनसाइट की टीम जिम्मेदार अधिकारी राजकुमार मिश्रा से बात की, उसके बाद ठेकेदार कमल ने मनमाने ढंग से डामर की लेयर सड़क पर बिछा दी. अगर आज आप सड़क का निरीक्षण करेंगे तो आपकी देखने को मिलेगा कि सड़क में डामर उटपटांग ढंग से बिछाया गया है जिससे दो पहिया वाहन का बैलेंस बिगड़ सकता है, किनारे तो डामर की लेयर बिछाई नहीं गई है.
हैरानी की बात यह है कि इस खराब सड़क की मरम्मत भी नियमों की अनदेखी करते हुए की गई। जानकारी के अनुसार, ठेकेदार कमल सिंह ठाकुर ने पेच रिपेयरिंग के काम में मनमानी की है।
भ्रष्ट अधिकारी का संरक्षण
स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस पूरे मामले में संबंधित अधिकारियों ने ठेकेदार को संरक्षण दिया है। भ्रष्टाचार के कारण न केवल प्रोजेक्ट की गुणवत्ता प्रभावित हुई है, बल्कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की मूल भावना को भी ठेस पहुंची है।
स्थानीय लोगों में आक्रोश
नेहरू नगर के निवासियों का कहना है कि सरकार की योजनाओं को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ते देखना दुखद है। न्यूज़ हब इनसाइट प्रशासन से दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने और गुणवत्तापूर्ण निर्माण सुनिश्चित करने की मांग करता है।
प्रशासन की जिम्मेदारी
यह घटना बिलासपुर प्रशासन के लिए एक चेतावनी है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट जैसे महत्वपूर्ण योजनाओं में इस तरह की अनियमितताएं न केवल जनता के विश्वास को तोड़ती हैं, बल्कि सरकार की साख को भी प्रभावित करती हैं।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और क्या दोषियों के खिलाफ कोई ठोस कदम उठाए जाते हैं।