बिलासपुर: जिले में हालिया दिनों में बढ़ते अपराधों के चलते पुलिस विभाग ने एक नई पहल शुरू की है। पुलिस ने गुंडे और बदमाशों की एक विस्तृत सूची तैयार की है, ताकि उन पर नकेल कसने के लिए प्रभावी कदम उठाए जा सकें।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, इस सूची में ऐसे लोगों को शामिल किया गया है, जो इलाके में आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त पाए गए हैं। लिस्ट तैयार किए जाने के पीछे पुलिस का मुख्य उद्देश्य नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और अपराध पर नियंत्रण पाना है।
मिली जानकारी के अनुसार, जिले में अब तक 375 गुण्डे बदमाशों को सूचीबद्ध किया गया है तथा बदमाशों की प्रत्येक गतिविधि पर बारीकी से निगाह रखी जा रही है। इसके साथ ही 130 अभ्यस्त अपराधियों का इतिहास तैयार कर आपराधिक चरित्रावली एवं वर्गीकृत 12 गिरोहों की गेंग हिस्ट्रीशीट तैयार की गई। इन चिन्हित बदमाशों पर पुलिस के द्वारा कड़ाई से कार्यवाही की जा रही है, और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि ऐसे बदमाशों की जगह जेल में हो । क्षेत्र में गुण्डागर्दी करने वाले चाकू बाजी की घटनाओं में पकड़े गये अपराधियों को इस गुण्डा लिस्ट में शामिल किया गया है एवं उनकी सतत् निगरानी की जा रही है। चाकू बाजी करने वालों को ना केवल गुंडा लिस्ट में शामिल किया जाएगा बल्कि उनके विरुद्ध समय समय पर प्रतिबंधात्मक कार्यवाही भी की जायेगी । सामाजिक शांति व्यवस्था में खलल डाले वाले गुण्डे बदमाशों को किसी भी स्थिति में बख्शा नहीं जायेगा।
पुलिस के द्वारा बनाई गई लिस्ट से यह भी स्पष्ट होता है कि यह सूची किसी व्यक्ति के अधिकारों का उल्लंघन नहीं करती, बल्कि केवल उन लोगों की पहचान है जो समाज में असामाजिक गतिविधियों में लिप्त हैं। पुलिस का यह कदम न केवल अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई को तेज करेगा, बल्कि समाज में एक सकारात्मक माहौल बनाने में भी सहायक होगा।
स्थानीय निवासियों ने पुलिस के इस कदम का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि इससे सुरक्षा में सुधार होगा।
हमारा मानना है कि क्षेत्र में नियमित पेट्रोलिंग और सामुदायिक जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे, तो लोग सुरक्षित महसूस कर सकेंगे।