
लायसेंसी श्रीमती शोभा पाठक के तंत्रा बार में रात 1 बजे युवक शराब के नशे में धुत होकर कर रहे थे डांस
कमिश्नर, आईजी, कलेक्टर, एसपी एवँ थाना प्रभारी के नाक के नीचे शोभा पाठक जैसे अन्य लायसेंसी नियम विरुद्ध देर रात तक बार में लड़के-लड़कियों को पिला रहे शराब
शोभा पाठक जैसे अन्य लायसेंसी नियम विरुद्ध देर रात तक बार में लड़के-लड़कियों को शराब पिलाकर कर रहे उनकी जिंदगी बरबाद
बिलासपुर: रविवार 14 अप्रैल 2024 को 36 सिटी मॉल के फ़र्स्ट फ़्लोर पर संचालित तंत्रा बार में युवक-युवतियों के बीच देर रात लड़ाई झगड़े की सूचना पर पुलिस अधीक्षक रजनीश सिंह के निर्देश पर एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कश्यप के निगरानी में नगर पुलिस अधीक्षक सिविल लाइन उमेश गुप्ता एवं गश्त सेक्टर अधिकारी थाना प्रभारी कोनी गोपाल सत्पति के द्वारा मौके पर पहुँच कर चेकिंग करने पर पाया गया कि 36 सिटी मॉल के बाहर लगभग छह से आठ युवक-युवतियां नशे की हालत में आपस में मारपीट कर रहे थे, जो पुलिस के पहुँचते ही सभी वहाँ से फ़रार हो गए. उक्त जानकारी नगर पुलिस अधीक्षक सिविल लाइन उमेश गुप्ता ने मीडिया को विज्ञप्ति के माध्यम से दी.
उमेश गुप्ता ने बताया कि बार के अंदर चेक करने पर पता चला कि देर रात लगभग एक बजे तक शराब एवं खाने की सामग्री चखना बार संचालकों एवं मैनेजर के द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा था, साथ ही ऊँची आवाज़ में म्यूज़िक चलाकर नशे की हालत में युवक-युवतियां रात्रि 1 बजे डान्स करते हुए पाए गए.
गुप्ता ने बताया कि इस तरह देर रात निर्धारित समय के बावजूद बार संचालकों द्वारा शराब एवं चखने का सामान उपलब्ध कराना बार लाइसेंस के निर्धारित शर्तों के उल्लंघन करना पाया गया तथा साथ ही नशे में धुत युवक-युवतियां देर रात लड़ाई झगड़े एवं मारपीट जैसी घटना को न्यौता देते हैं.
उमेश गुप्ता ने माना कि इस तरह की गतिविधि कभी भी क़ानून व्यवस्था के लिए ख़तरनाक साबित हो सकती है; अतः पुलिस टीम के द्वारा मौक़े पर पंचनामा बनाकर गवाहों के समक्ष बार के मैनेजर एवं अन्य कर्मचारियों के ख़िलाफ़ प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की गई है.
गुप्ता ने बताया कि बार संचालकों को हिदायत दी गई कि वो निर्धारित समय के बाद बार का संचालन न रखें.
उमेश गुप्ता ने बताया कि मारपीट एवं लड़ाई झगड़े में चोटिल युवक एवं युवती ने थाना सिविल लाइन उपस्थित होकर सूचना दी कि दो ग्रुप के बीच में बार के अंदर ही विवाद की स्थिति निर्मित हुई और बार के बाहर सिटी मॉल के पार्किंग के आस पास दोनों ग्रुप लड़ाई कर रहे हैं. पीड़ितों के आवेदन पर थाना सिविल लाइन में एफ़आइआर दर्ज कर विवेचना जारी रखी है.
उक्त घटना को पढ़ने के बाद हमारे पाठकों को समझ में आ गया होगा कि इस तरह के बार संचालको को विभाग का आशीर्वाद है तभी देर रात तक बार खुले रहते हैं.
इस घटना से एक बात और निकल कर आती है अगर शिकायत नहीं होती तो शायद ये उजागर नहीं होता. मतलब साफ नजर आता है कि जिम्मेदार जान कर भी अनजान बने हुए हैं. किसी को युवाओं की चिंता नहीं है, जो कि चिंता का विषय है.