बिलासपुर। आकाशवाणी बिलासपुर में हिन्दी दिवस पखवाड़े के अंतर्गत आज एक गरिमामय उद्घाटन समारोह एवं हिन्दी कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और वक्ता प्रसिद्ध साहित्यकार, राज्य भाषा आयोग के पूर्व अध्यक्ष तथा थावे विश्वविद्यालय के निवर्तमान कुलपति डॉ. विनय कुमार पाठक रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ परंपरागत दीप प्रज्वलन से हुआ। आकाशवाणी बिलासपुर की राजभाषा अधिकारी एवं कार्यक्रम प्रमुख डॉ. सुप्रिया भारतीयन ने पुष्पगुच्छ भेंट कर मुख्य अतिथि का स्वागत किया, वहीं इंजीनियरिंग हेड सिल्बेरियस लकड़ा ने शाल एवं श्रीफल भेंट कर सम्मान किया।
कार्यशाला का विषय था – “भाषायी सौंदर्य में कहावतों, लोकोक्तियों एवं मुहावरों की भूमिका”। डॉ. विनय कुमार पाठक ने अपने गहन साहित्यिक अनुभव और अनेक रोचक उदाहरणों के माध्यम से इस विषय को अत्यंत सरल, सरस और आकर्षक शैली में प्रस्तुत किया। कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों के साथ सजीव एवं सारगर्भित चर्चा भी हुई, जिससे सभी उपस्थित जनों को व्यापक लाभ प्राप्त हुआ।
डॉ. सुप्रिया भारतीयन ने अपने वक्तव्य में देश की विविधतापूर्ण संस्कृति के उन्नयन एवं विकास में हिन्दी की महती भूमिका पर प्रकाश डालते हुए भाषायी समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि का परिचय रवि आनन्द ने दिया। संचालन का दायित्व हिन्दी सचिव लीना तिवारी ने निभाया तथा आभार प्रदर्शन विशोक पाण्डेय ने किया।
इस गरिमामय आयोजन में आकाशवाणी परिवार के सदस्य एवं हिन्दी प्रेमियों ने उत्साहपूर्वक भागीदारी की।















