बिलासपुर: अंतरराज्यीय गांजा तस्कर 100 किलो गांजा लेकर मोपका पहुंचे, एसपी रजनेश सिंह की बॉर्डर पुलिस बेखबर!

बिलासपुर में 100 किलो गांजा बरामद, तीन तस्कर गिरफ्तार – पुलिस सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल

बिलासपुर बॉर्डर से 100 किलो गांजा कैसे पार हुआ? सुरक्षा पर उठे सवाल

बिलासपुर: प्रधानमंत्री के जिला प्रवास के दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखते हुए मोपका बाईपास, नेशनल हाईवे-130, कोनी में पुलिस द्वारा सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाया गया। इसी दौरान मुखबिर से मिली सूचना पर रायपुर से अंबिकापुर की ओर जा रही टाटा नेक्सॉन कार (UP 44 BH 3072) को रोका गया।

गाड़ी से 100 किलो गांजा बरामद, तीन गिरफ्तार

वाहन में सवार सौरभ यादव, सचिन यादव और विष्णु सिंह की गतिविधियाँ संदिग्ध प्रतीत होने पर पुलिस ने गहन तलाशी ली। इस दौरान कार में छुपाकर रखे गए तीन थैलों में 100 पैकेट अवैध मादक पदार्थ (गांजा) मिला, जिसे ब्राउन रंग के प्लास्टिक टेप से पैक किया गया था।

ओडिशा से लाया गया था गांजा, यूपी तक सप्लाई की थी योजना

पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने 20 मार्च 2024 को ओडिशा से गांजा खरीदा था और इसे रायपुर-बिलासपुर होते हुए सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश ले जाने की योजना थी।

23 लाख रुपये से अधिक की ज़ब्ती, नारकोटिक्स एक्ट के तहत मामला दर्ज

पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से:
✅ 100 किलो गांजा (अनुमानित कीमत ₹23.25 लाख)
✅ टाटा नेक्सॉन कार (UP 44 BH 3072)
✅ चार एंड्रॉइड मोबाइल फोन
ज़ब्त कर लिया है।

आरोपियों के खिलाफ थाना कोनी में अपराध क्रमांक /25, धारा 20 (बी) नारकोटिक्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया।

बिलासपुर बॉर्डर से 100 किलो गांजा कैसे पार हुआ? सुरक्षा पर उठे सवाल

स बड़ी जब्ती के बाद सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि अंतरराज्यीय गांजा तस्कर 100 किलो गांजा लेकर बिलासपुर बॉर्डर पुलिस की नाक के नीचे से मोपका तक कैसे पहुंचे? क्या पुलिस की चेकिंग में कोई लापरवाही हुई, या फिर तस्करों को किसी स्थानीय नेटवर्क का सहयोग मिल रहा था?

इस मामले ने बॉर्डर पुलिस और सुरक्षा व्यवस्था की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे इस नेटवर्क के पीछे छिपे अन्य तस्करों और संभावित मिलीभगत की जांच कर रहे हैं।

सख्त कार्रवाई और सुरक्षा बढ़ाने की जरूरत

प्रधानमंत्री प्रवास के दौरान इतनी बड़ी मात्रा में नशे की तस्करी का पकड़ा जाना सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी खामी को दर्शाता है। अब देखने वाली बात होगी कि SSP रजनेश सिंह इसे रोकने के लिए क्या कदम उठाते हैं। 

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